रोहतक के हिमानी नरवाल हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा। जानें आरोपी सचिन ने कैसे रची साजिश, हत्या के बाद क्या किया और पुलिस जांच में क्या सामने आया।
हिमानी नरवाल हत्याकांड: सचिन की खौफनाक साजिश का पर्दाफाश
रोहतक में हुए हिमानी नरवाल मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में आरोपी सचिन उर्फ ढील्लू ने कबूल किया कि वह और मृतका हिमानी डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में आए थे। हिमानी, रोहतक के विजय नगर इलाके में अकेले रहती थी और आरोपी सचिन बीते आठ महीनों से उसके घर पर आता-जाता था।
रातभर घर में रुका था सचिन, फिर हुआ झगड़ा
पुलिस जांच के मुताबिक, 27 फरवरी की रात 9 बजे आरोपी सचिन, हिमानी के घर आया और रातभर वहीं रुका। लेकिन 28 फरवरी को दोपहर में दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई, जो जल्द ही झगड़े में बदल गई। झगड़े के दौरान सचिन ने हिमानी के हाथ और पैर चुन्नी से बांध दिए और फिर मोबाइल चार्जर के वायर से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
शव को सूटकेस में छिपाया, सबूत मिटाने की कोशिश
हत्या के बाद, आरोपी ने हिमानी के घर में रखे सूटकेस में शव को पैक किया। झगड़े के दौरान आरोपी के हाथ में भी चोट लगी थी, जिससे खून रजाई पर लग गया। उसने रजाई का कवर भी उतारकर सूटकेस में डाल दिया, ताकि कोई सबूत न बचे।
हिमानी की ज्वेलरी और लैपटॉप लेकर भागा सचिन
हत्या के बाद, सचिन ने हिमानी की सोने की चेन, अंगूठियां, मोबाइल, लैपटॉप और अन्य ज्वेलरी बैग में डाली और हिमानी की स्कूटी से अपने गांव कनौंदा स्थित मोबाइल रिपेयरिंग दुकान पर चला गया।
रात में शव को ठिकाने लगाने निकला आरोपी
रात 10 बजे आरोपी सचिन फिर हिमानी के घर पहुंचा और उसकी स्कूटी वहीं छोड़ दी। इसके बाद रात 11 बजे एक ऑटो में सूटकेस रखकर दिल्ली बाईपास पहुंचा और बस में बैठकर सांपला गया। वहां उसने बस स्टैंड के पास झाड़ियों में सूटकेस फेंक दिया और फरार हो गया।
क्या हिमानी के गहनों से लिया था लोन?
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि आरोपी के पास से कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनसे पता चला कि उसने एक फाइनेंस कंपनी से गहने गिरवी रखकर एक लाख रुपये का लोन लिया था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या ये गहने हिमानी के ही थे?
पहले से शादीशुदा था सचिन, दो बच्चों का पिता
हत्या का आरोपी सचिन (30 वर्ष) झज्जर जिले के गांव खेरपुर का निवासी है और कानौंदा में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था। वह पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है।
कैसे हुई आरोपी की गिरफ्तारी?
इस केस की जांच के लिए हरियाणा पुलिस ने 8 टीमें गठित की थीं। आखिरकार, 02 मार्च की रात रोहतक SIT टीम ने आरोपी को दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
हत्या की असली वजह: पैसे का लेन-देन?
रोहतक रेंज के ADGP के के राव के अनुसार, आरोपी ने बताया कि हिमानी और उसके बीच पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। हालांकि, पुलिस इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है।
आगे क्या होगा?
पुलिस ने आरोपी का मेडिकल परीक्षण करवा लिया है और उसे कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लेने की अर्जी लगाएगी। इससे हत्याकांड से जुड़े और भी खुलासे हो सकते हैं।
निष्कर्ष
हिमानी नरवाल हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया है। यह मामला आपसी रिश्तों में पैसों के लेन-देन और विश्वासघात की एक चौंकाने वाली कहानी है। पुलिस की गहन जांच से आगे और भी अहम खुलासे होने की उम्मीद है।