डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। यह फैसला फेंटानिल सप्लाई और व्यापारिक नीतियों पर आधारित है। जानें इसका अमेरिका-चीन संबंधों और वैश्विक बाजार पर क्या असर होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 10% टैरिफ लगाने की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (21 जनवरी 2025) को चीन पर 10% टैरिफ लगाने की घोषणा की। यह कदम चीन द्वारा मेक्सिको और कनाडा को फेंटानिल नामक नशीले पदार्थ की आपूर्ति के आरोपों के आधार पर लिया गया है। फेंटानिल एक खतरनाक नशीला पदार्थ है, जो हेरोइन से 50 गुना अधिक शक्तिशाली और नशे की लत पैदा करने वाला है।
1 फरवरी से लागू हो सकता है नया टैरिफ
डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले की जानकारी दी। इस दौरान उनके साथ ओरेकल के सीटीओ लैरी एलिसन, सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सोन और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन मौजूद थे। उन्होंने कहा,
“हम चीन पर 10% टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं। यह फैसला चीन द्वारा मेक्सिको और कनाडा को फेंटानिल भेजने के तथ्य पर आधारित होगा।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि यह टैरिफ 1 फरवरी से प्रभावी हो सकता है।
25% शुल्क की भी चर्चा
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि अमेरिका चीन और मेक्सिको पर 25% शुल्क लगाने पर विचार कर सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस मुद्दे पर चर्चा की, तो ट्रंप ने बताया कि उनकी बात टैरिफ पर ज्यादा नहीं हुई। इसके अलावा, यूक्रेन युद्ध रोकने के संबंध में चीन की भूमिका को लेकर भी ट्रंप ने निराशा व्यक्त की।
व्यापारिक नीतियों और वैश्विक प्रभाव
ट्रंप का यह कदम अमेरिका की व्यापारिक नीतियों में एक बड़ा बदलाव हो सकता है। 10% टैरिफ का असर न केवल अमेरिका और चीन के संबंधों पर पड़ेगा, बल्कि इसका वैश्विक बाजार पर भी गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है।
इस घोषणा के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला अमेरिका और चीन के बीच पहले से चल रहे व्यापार युद्ध को और गहरा सकता है।