क्रिएटिव भारत मूवमेंट की आहट: अब विचार से आगे बढ़ने का समय है
✍️ जितेंद्र तिवारी
समूह संपादक, राजनीतिक तरकस | संस्थापक एवं सीईओ, Tarkastrax Digital LLP
राष्ट्रीय अध्यक्ष – मिशन वंदे मातरम फाउंडेशन | संयोजक – विकसित दिल्ली अभियान
मार्गदर्शक – देश के नाम शत- मतदान अभियान
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भारत अब केवल एक भूगोल नहीं, बल्कि एक रचनात्मक भविष्य की प्रयोगशाला बन चुका है। डिजिटल युग में हम एक ऐसे संक्रमणकाल से गुजर रहे हैं जहाँ विचार, तकनीक, और संस्कृति के बीच एक गहरी खाई बनती जा रही है – और यही वह बिंदु है जहाँ से “क्रिएटिव भारत मूवमेंट” की आवश्यकता जन्म लेती है।
यह केवल एक मुहिम नहीं, बल्कि मेरी वर्षों की सामाजिक, डिजिटल और वैचारिक यात्रा का एक स्वाभाविक विस्तार है। जब मैं मीडिया कंसल्टेंसी और सामाजिक अभियानों में सक्रिय रहा, तब मैंने महसूस किया कि देश के युवाओं के पास ऊर्जा है, प्रतिभा है, दृष्टि है – परंतु मंच, मार्गदर्शन और दिशा का अभाव है।
विचार विमर्श का राष्ट्रव्यापी आह्वान
आज जब वैश्विक डिजिटल ताकतें भारत की सांस्कृतिक आत्मा को बाधित करने का प्रयास कर रही हैं – हमारी सोच, भाषा, परंपरा और मूल्यों को एक आयातित आधुनिकता के नाम पर ढंकने की कोशिश कर रही हैं – तब हमें एक संगठित वैचारिक प्रतिकार की आवश्यकता है।
इसी भावना से हमने राजनीतिक तरकस के माध्यम से एक राष्ट्रीय विचार विमर्श की शुरुआत की है। हमारा लक्ष्य है – डिजिटल एक्सपर्ट्स, पत्रकारों, शिक्षकों, स्टार्टअप संस्थापकों, ब्रांड स्ट्रैटजिस्ट्स, और छात्रों को एक साझा मंच पर लाकर यह विचार करना कि आखिर भारत का अपना “रचनात्मक नैरेटिव” क्या हो सकता है?
28 सितंबर: एक निर्णायक शुरुआत
इसी दिशा में आगामी 28 सितंबर 2025, हम इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कर रहे हैं – जहाँ हम Creative Bharat Movement को औपचारिक रूप से प्रारंभ कर रहे हैं।
यह केवल संवाद का मंच नहीं होगा, बल्कि Creative Bharat Network के गठन का आरंभ होगा – जहाँ हम देशभर से रचनात्मक कर्मयोगियों को एकत्रित करेंगे। इस अवसर पर हम 2025 के माध्यम से उन व्यक्तित्वों को सम्मानित करेंगे जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में विचारशील रचनात्मकता को साकार किया है।
अब रुकने का नहीं, रचने का समय है
आज आवश्यकता केवल विचार करने की नहीं, बल्कि विचार को क्रिया में बदलने की है। Creative Power for Every Brand की भावना को लेकर Tarkastrax Digital LLP ने इस यात्रा की शुरुआत की थी, परंतु अब यह एक व्यक्ति या संस्था की पहल नहीं – यह राष्ट्र की आवश्यकता बन चुकी है।
मैं सभी युवाओं, प्रोफेशनलों, संस्थानों और ब्रांड्स से नम्र आग्रह करता हूँ कि वे इस आंदोलन से जुड़ें, अपने विचार साझा करें, इस मंच का हिस्सा बनें – ताकि हम एक नव-सृजनशील भारत की रचना कर सकें।
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भारत का भविष्य केवल आईडिया से नहीं, एक्शन से बनेगा। आइए, क्रिएटिव भारत मूवमेंट के साथ हम सब मिलकर वह एक्शन रचें।