अयोध्या में राम मंदिर पर आतंकी हमले की साजिश रच रहे संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया। उसके ठिकाने से बरामद पेन ड्राइव में हमले का पूरा ब्लूप्रिंट मिला।
अयोध्या राम मंदिर पर हमले की साजिश नाकाम, संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान गिरफ्तार
अयोध्या के राम मंदिर पर आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गुजरात एटीएस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड और एक पेन ड्राइव मिली है, जिसमें हमले का पूरा ब्लूप्रिंट मौजूद था।
राम मंदिर पर ग्रेनेड हमले की थी योजना
- अब्दुल रहमान ने राम मंदिर, प्रशासनिक कार्यालय और अन्य धार्मिक स्थलों की रेकी की थी।
- वह अपने आका के ग्रीन सिग्नल का इंतजार कर रहा था, जिसके बाद वह ग्रेनेड से हमला करने की योजना बना रहा था।
- बरामद पेन ड्राइव में हमले की पूरी योजना और सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती से जुड़ी जानकारी पाई गई है।
ISKP मॉड्यूल से जुड़े तार
जांच में सामने आया है कि अब्दुल रहमान अकेला नहीं था। वह आईएसकेपी (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) के मॉड्यूल का हिस्सा था, जिसके स्लीपर सेल देश के अलग-अलग शहरों में फैले हुए हैं।
- उसके मोबाइल से कई व्हाट्सएप ग्रुप की जानकारी मिली है।
- इन ग्रुप्स में पाकिस्तान के कई नंबरों की पहचान हुई है, जिनकी जांच जारी है।
- कोडेड चैट्स को डिकोड करने के लिए साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही है।
गुजरात ATS ने फरीदाबाद से दबोचा
गुजरात एटीएस ने सोमवार (3 मार्च) को अब्दुल रहमान को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया।
- उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए।
- वह फरीदाबाद से आगे किसी नए ठिकाने की ओर बढ़ने वाला था, लेकिन समय रहते उसे दबोच लिया गया।
- यूपी पुलिस भी अब्दुल से पूछताछ कर सकती है।
ISI के इशारे पर रची गई थी साजिश
भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की योजना लंबे समय से बना रही थी।
- अब्दुल रहमान को ISI ने ट्रेनिंग दी थी और उसे कई बार अयोध्या भेजा गया था।
- उसने राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ISI को भेजी थी।
- ग्रेनेड हमले से मंदिर को नुकसान पहुंचाने का उद्देश्य था।
अयोध्या का ही रहने वाला है संदिग्ध आतंकी
- अब्दुल रहमान अयोध्या का ही निवासी है और उसकी उम्र 19 साल है।
- वह फैजाबाद से ट्रेन पकड़कर फरीदाबाद पहुंचा था, जहां उसके हैंडलर ने उसे ग्रेनेड सौंपे।
- अयोध्या लौटने से पहले ही एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
- अब्दुल की गिरफ्तारी के बाद यूपी के अन्य शहरों में जांच तेज कर दी गई है।
- मॉड्यूल से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
- सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान से जुड़े आतंकी नेटवर्क को खंगालने में जुटी हैं।
निष्कर्ष
अयोध्या राम मंदिर पर हमले की साजिश को गुजरात एटीएस और सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया। इस मामले की जांच जारी है और आईएसकेपी मॉड्यूल से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।