BCCI ने खिलाड़ियों की सेहत और डाइट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। विदेशी दौरों पर अब टीम इंडिया के साथ दो शेफ भेजे जाएंगे, जो खिलाड़ियों की डाइट का ध्यान रखेंगे।
BCCI का बड़ा फैसला: विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के लिए दो शेफ होंगे तैनात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) लगातार टीम इंडिया में सुधार के लिए अहम फैसले ले रहा है। हाल ही में लागू की गई ’10 पॉइंट्स पॉलिसी’ के तहत खिलाड़ियों पर कई नियम लागू किए गए थे। इनमें खिलाड़ियों के लिए पर्सनल स्टाफ जैसे पर्सनल मैनेजर, शेफ, और असिस्टेंट को साथ ले जाने पर प्रतिबंध शामिल था। अब बोर्ड ने टीम की एकजुटता और खिलाड़ियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए एक नया कदम उठाया है।
विदेशी दौरों पर अब दो शेफ होंगे साथ
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, BCCI ने विदेशी दौरों पर टीम इंडिया के साथ दो रसोइये (शेफ) भेजने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को उनकी डाइट और पोषण संबंधी जरूरतों के अनुसार खाना उपलब्ध कराना है।
सूत्रों के अनुसार, “टीम को यह विकल्प दिया गया है कि बोर्ड दो नए रसोइये नियुक्त करेगा, जो खिलाड़ियों की अलग-अलग डाइट आवश्यकताओं को पूरा करेंगे। हालांकि यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी खिलाड़ियों की जरूरतें पूरी हों।”
खिलाड़ियों की डाइट का विशेष ध्यान
पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि खिलाड़ी अपने निजी शेफ के साथ यात्रा करते हैं, जो उनके न्यूट्रीशनिस्ट द्वारा तय किए गए डाइट चार्ट के अनुसार खाना तैयार करते हैं। आमतौर पर ये शेफ होटल में नहीं रुकते, लेकिन खिलाड़ियों के लिए खाना वहीं पहुंचा देते हैं।
हालांकि, BCCI के अनुसार, टीम के डाइनिंग एरिया में सिर्फ खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ को प्रवेश की अनुमति है। इस समस्या को हल करने के लिए अब बोर्ड ने शेफ की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा है।
BCCI का उद्देश्य: हर खिलाड़ी को मिले सेहतमंद खाना
BCCI यह सुनिश्चित करना चाहता है कि टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों को उच्च गुणवत्ता वाला और पोषण से भरपूर खाना मिले। एक सूत्र ने कहा, “कुछ खिलाड़ियों को अपनी डाइट को लेकर बेहद सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर वे खिलाड़ी जो चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से दूर रहे हैं। ऐसे में उनका वजन और फिटनेस मैनेजमेंट जरूरी है। शेफ को यह पता होता है कि किन सामग्रियों का उपयोग करना है और कैसे खाना तैयार करना है।”
यह कदम खिलाड़ियों के प्रदर्शन और फिटनेस को बेहतर बनाने में मदद करेगा। BCCI का यह प्रयास दिखाता है कि बोर्ड न केवल खिलाड़ियों की फिटनेस बल्कि उनकी एकजुटता पर भी ध्यान दे रहा है।