बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर निशाना साधते हुए एक विवादित बयान दिया। आप ने इसे महिला विरोधी सोच बताया। पढ़ें पूरी खबर।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और कालकाजी विधानसभा सीट से उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) की उम्मीदवार आतिशी पर एक सभा के दौरान निशाना साधते हुए अपमानजनक टिप्पणी की।
बिधूड़ी का बयान:
कालकाजी में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए रमेश बिधूड़ी ने कहा,
“यहां सड़क की हालत खराब है, चार साल से लोग नरक भोग रहे हैं। आतिशी अब गलियों में ऐसे घूम रही हैं जैसे जंगल में हिरणी भागती है। कोई मां-बहन मिल जाए तो भागकर ऐसे मिलती हैं जैसे कुंभ के मेले में बिछड़ी बहन से मिल रही हों। चार साल से कहां थीं, तब आपको इनपर रहम नहीं आती।”
उन्होंने आतिशी के नाम पर भी सवाल उठाते हुए कहा,
“आतिशी ने नाम बदल लिया, सिंह लिख लिया, लेकिन नॉमिनेशन में आतिशी मार्लेना लिख दिया। यह दोहरा चरित्र है।”
आप की प्रतिक्रिया:
आम आदमी पार्टी (आप) ने रमेश बिधूड़ी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे महिला विरोधी बताया। आप ने कहा,
“गालीबाज पार्टी के नेता रमेश बिधूड़ी ने फिर अपनी महिला विरोधी सोच का प्रदर्शन किया। दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री आतिशी पर इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी निंदनीय है। दिल्लीवाले ऐसे गालीबाज नेताओं और पार्टी को माफ नहीं करेंगे।”
आप प्रवक्ता ने कहा कि यह बयान बीजेपी की महिलाओं के प्रति अवमानना और अपमानजनक सोच को उजागर करता है।
बिधूड़ी के बयान पर चुनावी असर:
यह पहला मौका नहीं है जब रमेश बिधूड़ी अपने बयानों के कारण विवादों में घिरे हैं। उनकी टिप्पणी को लेकर दिल्ली की सियासत में गरमा-गर्मी बढ़ गई है।
आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच पहले से ही तल्ख चुनावी माहौल इस बयान के बाद और अधिक तनावपूर्ण हो गया है। दिल्ली के मतदाता इस चुनाव में महिला सम्मान और विकास के मुद्दे को प्राथमिकता देने की बात कह रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषण:
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के बयानों से मतदाताओं के बीच गलत संदेश जाता है। महिला नेतृत्व के प्रति ऐसी टिप्पणी राजनीतिक दलों की छवि को प्रभावित कर सकती है।
दिल्ली में आतिशी के नेतृत्व को लेकर आम जनता के बीच सकारात्मकता है। ऐसे में बीजेपी नेता का यह बयान विपक्षी दल को चुनावी लाभ पहुंचा सकता है।