पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। बेटी ने दी मुखाग्नि। राष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि।
मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि
आर्थिक सुधारों के जनक और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 28 दिसंबर 2024 को दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। डॉ. सिंह की बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी। तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी।
अंतिम विदाई में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कई गणमान्य नेता शामिल हुए। राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री को कंधा देकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस मुख्यालय में हुआ अंतिम दर्शन
मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सुबह 9 बजे कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। यहां सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के शीर्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनकी पत्नी गुरशरण कौर और परिवार के अन्य सदस्यों ने भी पुष्प अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी।
10 वर्षों तक रहे देश के प्रधानमंत्री
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक लगातार 10 वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उनके नेतृत्व में देश ने आर्थिक, सामाजिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए। सूचना का अधिकार (RTI), शिक्षा का अधिकार (RTE), और मनरेगा जैसी योजनाएं उनकी सरकार की देन हैं।
1991 में, नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने भारत की आर्थिक नीति में क्रांतिकारी बदलाव किए, जिसने देश को आर्थिक स्थिरता और प्रगति की दिशा में अग्रसर किया।
राजनीति और देश को दी अद्वितीय विरासत
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी और सेवा का प्रतीक था। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों ने उनकी विरासत को सम्मान देने के लिए समाधि स्थल की मांग की है।