चीन ने पाकिस्तान में एक अरब डॉलर की मेडिकल सिटी बनाने का प्रस्ताव दिया। यह कराची के धाबेजी इकनॉमिक जोन में स्थापित होगी, जिसमें मेडिकल और फार्मा उद्योग का इकोसिस्टम विकसित होगा।
चीन का पाकिस्तान में एक और बड़ा निवेश
ग्लोबल परिप्रेक्ष्य में चीन और पाकिस्तान की दोस्ती को लेकर अक्सर चर्चा होती है।
अब चीन ने पाकिस्तान में एक मेडिकल सिटी स्थापित करने के लिए 1 अरब डॉलर का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है।
- इस परियोजना का उद्देश्य पाकिस्तान का पहला पूरी तरह से इंटीग्रेटेड मेडिकल और फार्मा इकोसिस्टम तैयार करना है।
- मेडिकल सिटी को कराची के पास धाबेजी इकनॉमिक जोन में स्थापित किया जाएगा।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात
गुरुवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और चीनी निवेशकों के एक डेलिगेशन के बीच बैठक हुई।
- इस बैठक में मेडिकल सिटी के लिए फ्रेमवर्क पेश किया गया।
- यह परियोजना पाकिस्तान और चीन के गहरे आर्थिक सहयोग का उदाहरण है।
सिंध सरकार और चीनी निवेशकों की बातचीत
- यह बैठक सिंध सरकार और चीनी निवेशकों के बीच सफल संवाद के बाद आयोजित की गई थी।
- बैठक में सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह और चीन के हाई कमिश्नर भी शामिल हुए।
- कोरंगी व्यापार एवं उद्योग संघ (KATI) को इस परियोजना के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है।
धाबेजी इकनॉमिक जोन: परियोजना का केंद्र
- धाबेजी इकनॉमिक जोन कराची के बाहर स्थित है और इसे पाकिस्तान के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में शामिल किया जा रहा है।
- यह जोन पाकिस्तान के आर्थिक केंद्र कराची से नजदीक होने के कारण व्यापार और निवेश के लिए रणनीतिक महत्व रखता है।
चीन का ‘खैरात’ या रणनीतिक दांव?
चीन का यह निवेश:
- पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है।
- पाकिस्तान-चीन संबंधों को और मजबूत करेगा।
- लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह चीन का एक और रणनीतिक दांव है, जिससे पाकिस्तान को चीन पर और निर्भर बनाया जाएगा।
निष्कर्ष
चीन का मेडिकल सिटी प्रोजेक्ट पाकिस्तान के लिए एक बड़ा आर्थिक अवसर है।
हालांकि, यह देखना बाकी है कि यह निवेश पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को कितना मजबूत कर पाता है और दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्तों को कैसे प्रभावित करता है।