Delhi Pollution: यमुना में जहरीला झाग और खतरनाक स्तर पर अमोनिया गैस का लेवल
Delhi Yamuna Water Pollution: दिल्ली में ठंड के आगमन के साथ ही न केवल वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, बल्कि यमुना नदी का जल भी खतरनाक रूप से प्रदूषित हो चुका है। यमुना में जहरीला झाग फैल चुका है, खासकर कालिंदी कुंज घाट पर यह स्थिति गंभीर रूप ले चुकी है। अब पानी में अमोनिया गैस की मात्रा भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है, जिससे जल जहरीला हो गया है।
झाग और अमोनिया का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि यमुना में उत्पन्न हो रहा जहरीला झाग सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले अपशिष्ट के कारण हो रहा है। कालिंदी कुंज के आसपास यह समस्या पिछले कुछ दिनों से और बढ़ गई है, जिससे अमोनिया गैस का स्तर बढ़कर 3 पीपीएम तक पहुंच गया है। इस स्तर पर पानी का ट्रीटमेंट संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री आतिशी का बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस स्थिति को लेकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के उद्योगों से आ रहे जहरीले पानी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर से यमुना में वजीराबाद बैराज पर भेजे जा रहे पानी में अमोनिया की मात्रा अत्यधिक बढ़ी है, जिससे दिल्ली के विभिन्न वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स जैसे वजीराबाद, सोनिया विहार, और भागीरथी प्लांट पर जल उत्पादन बाधित हुआ है।
प्रदूषण का स्तर और वायु गुणवत्ता
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, गुरुवार को भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 328 दर्ज किया गया, जिससे दिल्ली के कई हिस्सों में ‘स्मॉग’ की परत देखी गई।
वायु गुणवत्ता के चरण
वायु गुणवत्ता को चार चरणों में वर्गीकृत किया जाता है:
- खराब (AQI 201-300)
- बहुत खराब (AQI 301-400)
- गंभीर (AQI 401-450)
- अत्यंत गंभीर (AQI 450 से अधिक)