दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर BJP का AAP सरकार पर हमला, ‘हिंदू विरोधी है फैसला’
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। खराब वायु गुणवत्ता के बीच भाजपा (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पर निशाना साधते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से ऊपर पहुंच गया है, जिससे हालात चिंताजनक हो गए हैं।
BJP ने AAP सरकार पर साधा निशाना
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दिल्ली की सरकार को प्रदूषण के बढ़ते संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली अब तेजी से एक “गैस चैंबर” में तब्दील हो रही है, और इसके लिए AAP की “आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति” जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के मुद्दे पर पंजाब में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जबकि केजरीवाल ने इसे दिल्ली के प्रदूषण का मुख्य कारण बताया था।
पूनावाला ने आरोप लगाया कि दिवाली पर पटाखों पर बैन लगाकर AAP ने हिंदुओं के खिलाफ फैसला लिया, लेकिन पराली जलाने और अन्य प्रदूषणकारी गतिविधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने सवाल उठाया कि “बायो डीकंपोजर” का क्या हुआ, जिसकी वकालत दिल्ली सरकार करती रही थी।
मनोज तिवारी का बयान
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने AAP सरकार पर प्रदूषण से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पिछले 10 साल से दिल्ली में AAP सरकार है, लेकिन प्रदूषण कम करने का कोई ठोस इरादा नहीं दिखता। दिल्ली में प्रदूषण फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।” तिवारी ने लोगों से अपील की कि वे आगामी चुनाव में भाजपा को मौका दें ताकि दिल्ली को फिर से एक स्वच्छ और सुरक्षित शहर बनाया जा सके।
प्रदूषण के कारणों पर भाजपा की चिंता
पूनावाला ने यह भी कहा कि दिल्ली में सिर्फ पराली जलाना ही नहीं, बल्कि वाहन प्रदूषण, धूल, बायोमास जलाना और धूम्रपान टावरों की विफलता भी बड़ी समस्याएं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP सरकार सिर्फ दोषारोपण कर रही है, जबकि वास्तविक मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
निष्कर्ष
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते संकट के बीच भाजपा ने AAP सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जबकि AAP सरकार पराली जलाने और अन्य प्रदूषण के स्रोतों पर कार्रवाई का दावा करती रही है, भाजपा ने इसे केवल चुनावी राजनीति करार दिया है। आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए दोनों पार्टियों के बीच यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है।