चक्रवात ‘सितरंग’ के कारण बांग्लादेश में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई है। बंगाल की खाड़ी में बने ऊष्णकटिबंधीय चक्रवात ‘सितरंग’ के बांग्लादेश के तट की ओर बढ़ने से पहले अधिकारियों को हजारों लोगों को सुरक्षित आश्रयों में पहुंचाना पड़ा था। चक्रवात के प्रभाव के चलते देश भर में लगभग पूरे दिन भारी बारिश हुई, जिससे दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश के तटीय क्षेत्रों के कई इलाकों में जलभराव हो गया। हवा की रफ्तार लगभग 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है। बांग्लादेश के क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने बताया कि चक्रवात सितरंग ने रात 9.30 से 11.30 बजे के बीच बांग्लादेश के बारिसल के पास तिनकोना द्वीप और सैंडविच के बीच लगभग 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की हवा के साथ बारिश हुई। तेज आंधी में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और सैंकड़ों जगह पेड़ उखड़ गए।
भारत में भी दिखा चक्रवात ‘सितरंग’ का असर
वहीं भारत में भी इस चक्रवात का असर दिखने लगा है। बंगाल के दक्षिण 24 परगना में बक्खाली समुद्र तट पर ज्वार-भाटा उठने लगा है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समुद्र के पास न जाने की चेतावनी दी जा रही है। आईएमडी ने कहा कि कल शाम तक इसके कमजोर होकर निम्न दाब क्षेत्र में बदलने का अनुमान है। मौसम कार्यालय ने आज सुबह पश्चिम बंगाल तट के आसपास 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने की चेतावनी दी है, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं। हालांकि बाद में धीरे-धीरे घटकर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर आ जाएंगी और फिर ज्यादा से ज्यादा 50 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती हैं। कल रुक-रुक कर हुई बारिश से लोग घर के अंदर रहने को मजबूर हो गए और कोलकाता की अधिकांश सड़कों पर सुनसान देखने को मिली। पश्चिम बंगाल सरकार ने मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी थी।
325.501 हेक्टेयर फसलों को नुकसान
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक चक्रवात के कारण करीब 325.501 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है। बीती रात आए चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के नगांव जिले के विभिन्न हिस्सों में कई पेड़ और बिजली के खंभे भी उखड़ गए। रिपोर्टों के अनुसार, तूफान के कारण मध्य असम जिले के कलियाबोर, बामुनि, सकमुथिया चाय बागान और बोरलीगांव क्षेत्रों में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। चक्रवात के चलते भारी तबाही के बीच राहत की खबर यह है कि, अभी तक किसी जनहानि की सूचना नहीं दी गई है। प्रभावित गांव के मुखिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र में अभी तक तूफान से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि कलियाबोर क्षेत्र में तूफान से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई पेड़ उखड़ गए। एक सरकारी ग्राम प्रधान के रूप में, मैंने पूरे गांव का दौरा किया है और मैं अपने सर्कल अधिकारी को नुकसान की रिपोर्ट सौंपूंगा।