मनोज कुमार वर्मा बने कोलकाता के नए पुलिस कमिश्नर: ममता सरकार की मजबूरी या मास्टरस्ट्रोक?
कोलकाता में हुए रेप और मर्डर मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को डॉक्टरों के साथ बैठक की, जो इस घटना में न्याय की मांग कर रहे थे। इसके एक दिन बाद ही 17 सितंबर को मनोज कुमार वर्मा को कोलकाता का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया। वर्मा ने विनीत गोयल की जगह ली, जिनके खिलाफ इस केस में सही तरीके से कार्रवाई न करने के आरोप लगाए जा रहे थे और उन्हें हटाने की मांग जोर पकड़ रही थी। ममता सरकार इस मामले में बैकफुट पर दिखाई दे रही थी, और मनोज वर्मा की नियुक्ति को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मनोज कुमार वर्मा का प्रोफाइल
1998 बैच के आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार वर्मा, इससे पहले एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) का पदभार संभाल रहे थे। अब उन्हें कोलकाता पुलिस का प्रमुख नियुक्त किया गया है, जबकि विनीत गोयल को पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है।
अन्य अधिकारियों का ट्रांसफर
ममता सरकार ने इस नियुक्ति के साथ अन्य कई अधिकारियों का भी ट्रांसफर किया है। 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम को एडीजी और आईजी (कानून व्यवस्था) बनाया गया है। ज्ञानवंत सिंह को एडीजी और आईजीपी (आईबी, पश्चिम बंगाल) की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि त्रिपुरारी अथर्व को आर्थिक अपराध निदेशालय का निदेशक नियुक्त किया गया है। अभिषेक गुप्ता और दीपक सरकार को भी नई जिम्मेदारियां दी गई हैं।
इस प्रशासनिक बदलाव के पीछे कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर उठे विवाद को संभालने की रणनीति देखी जा रही है।