पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने इमरान खान को आयोग्य घोषित कर दिया है। उन्हें 5 साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है। इमरान खान पर विदेशों से मिले उपहारों को बाजार में बेचने के आरोप लगे हैं। इमरान खान को कोर्ट से झटका मिलने के बाद खान के समर्थक उग्र हो गए और इस्लामाबाद में चुनाव आयोग के बाहर जमकर फायरिंग की। आयोग की ओर से यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है, जब पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा पाकिस्तान में आजादी मार्च निकालने का एलान किया गया है। चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद इमरान खान चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर फायरिंग भी हुई है। हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इमरान खान पर फैसले को देखते हुए पहले ही चुनाव आयोग की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। हालांकि, वहां काफी तादाद में इमरान सर्मथक जमा थे। अब जहां पूर्व पीएम पर चुनाव आयोग की कार्रवाई ने माहौल गर्म कर दिया।
इमरान खान ने कहा, आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं
इस फैसले पर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। खुद इमरान खान ने कहा है कि तोशाखाना से उपहारों की चोरी के आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। चुनाव आयोग के बाहर मौजूद इमरान खान समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की है। इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूनख्वा के एक पूर्व विधायक सालेह मोहम्मद के सुरक्षाकर्मियों ने चुनाव आयोग के बाहर फायरिंग की। इस घटना के बाद मौके पर मौजूद इस्लामाबाद पुलिस ने पूर्व विधायक और उनके सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। इस्लामाबाद में पुलिस और रेंजर्स के दस्ते लगातार गश्त लगा रहे हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें, पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, किसी विदेशी राज्य के गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त कोई भी उपहार स्टेट डिपॉजिटरी या तोशाखाना में रखा जाना चाहिए। यदि राज्य का मुखिया उपहार को अपने पास रखना चाहता है तो उसे इसके मूल्य के बराबर राशि का भुगतान करना होगा। यह एक नीलामी की प्रक्रिया के जरिए तय किया जाता है। ये उपहार या तो तोशाखाना में जमा रहते हैं या नीलाम किए जा सकते हैं और इसके माध्यम से अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाता है।