नई दिल्ली : (राजनीतिक तरकस ब्यूरो)
योग को पूरे विश्व में एक आंदोलन के रूप में प्रचारित एवम प्रसिद्वि दिलाने वाले योग गुरू रामदेव और उनकी पूरी टीम ने सचमचु में उस समय अपने देश का मान बढ़ा दिया जब आचार्य बाल कृष्ण को आयुर्वेद एवम् योग केक्षेत्र में नए शोध और विभिन्न उपलब्धियो के लिए यूएनओ की संस्था यूनाइटेड नेशन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स ने पुरस्कृत किया। इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद पंतजलि के आचार्य बाल कृष्ण ने विनम्रतापूर्वक इस अंतर्राष्टीय पुरस्कार को अपनी संस्था और समस्त योगार्थियों को समर्पित करते हुए कहा कि यह अपने देश की महान परंपराओं का विश्व पटल पर एक अनुमोदन है।
योग गुरु बाबा रामदेव ने दी बधाई
वहीं बाबा रामदेव ने अपने सहयोगी आचार्य बाल कृष्ण को उनके विशिष्ठ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मिले इस पुरस्कार और विश्व के टॉप 10 महान हस्तियों में शामिल होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है क्यों क बालकृष्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रथम बार आयोजित इस तरह के समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि यह भारत का प्रयास है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में योग व भारतीयआयुर्वेदिक चिकित्सा पद्वति के जरिए गंभीर से गंभीर बीमारियों के बीच एक सुरु क्षा कवच तैयार करने का काम किया है जिसपर आज पूरे विश्वजनमत की मोहर लगी है।
आयुर्वेदिक दवायें व हेल्थ केयर प्रोडक्ट बनाती हैं पतंजलि
दरअसल पतंजलि विभिन्न तरह के आयुर्वेदिक दवायें व दूसरे हेल्थ केयर प्रोडक्ट बनाती हैं जिसे आज अपने देश में ही बल्कि पूरे विश्व में भी प्रयोग किया जा रहा है। स्वीटजरलैंड की राजधानी जेनेवा में स्थित यूएन मुख्यालय में संपन्न यूएनएसडीजी 10 मोस्ट इंफ्लूएंसियलपीपल इन हेल्थकेयर अवार्ड में बाबा रामदेव के सबसे करीबी और पतंजलि आयुर्वदे लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर बालकृष्ण को आयुर्वेद जगत में उनके योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया। इस पुरस्कार को आचार्य बालकृष्ण ने उन सभी शोधकर्ता और सहयोगियों के नाम किया जिन्होंने योग और आयुवेर्द को दुनिया की मुख्यधारा से जोड़ने में उनकी मदद की। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मुझे विश्व समुदाय के समक्ष भारतीयसंस्कृति और योग, आयुवेर्द की महान परंपरा का पक्ष पेश करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है और इतने विशिष्ठ लोगो ने मेरी बात को गंभीरता पूर्वक सुना जिसके लिए मैं आभारी हूं।