दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद प्रेमी ने खोला राज, 60 साल की प्रेमिका की हत्या की बताई वजह
डीसीपी जॉय तिर्की के मुताबिक देवेंद्र मृतका के मकान में चार वर्षों से किराए पर रह रहा था. आरोपी की मृतका से दोस्ती कुछ समय बाद प्रेम-संबंध के बदल गया था.
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के नंद नगर थाना इलाके में बीते दिनों हुई 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला आशा देवी की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी शख्स को अलीगढ़ से गिरफ्तार भी कर लिया है. हैरान करने वाली बात यह है कि हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतका का प्रेमी था. इस मामले में पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की पहचान 31 वर्षीय देवेंद्र के रूप में की है. वह यूपी के अलीगढ़ का रहने वाला है.
मृतका नहीं चाहती थी देवेंद्र किसी और से करे शादी
डीसीपी जॉय तिर्की के मुताबिक आरोपी देवेंद्र का मृतका के मकान में पिछले चार वर्षों से किराए पर रह रहा था. इसी दौरान उसकी मृतका से दोस्ती हुई, जो बाद में प्रेम-संबंध के बदल गया. दो साल पहले उसकी दोस्ती किसी अन्य युवती से दोस्ती हो गई थी, जो बाद में प्यार में तब्दील हो गया और फरवरी में उसी से उसकी शादी होने वाली थी. इसके लिए बीते चार दिसंबर को उसका रोका भी हुआ था. देवेंद्र की शादी कहीं और होने वाली है इसकी जानकारी जब मृतका को हुई तो वह इसका विरोध करने लगी.
देवेंद्र ने गुस्से में कर दी हत्या
मृतका ने देवेंद्र को मिलने के लिए हर्ष विहार वाले मकान मे बुलाया, जहां देवेंद्र की शादी के मुद्दे को लेकर दोनों के काफी कहासुनी हुई और मृतका ने गुस्से में उसे थप्पड़ मार दिया, जिस पर देवेंद्र ने ईंट से उसके सिर पर वार किया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. जिसके बाद वह बाजार गया और पॉलिथीन लेकर आया और महिला के शव को उसमें लपेट कर बेड के अंदर डाल दिया. इसके बाद वह वहां से फरार हो कर अलीगढ़ चला गया.
बेड के अंदर से बरामद हुई लाश
मृतका के लापता होने पर उसके दामाद ने 13 दिसंबर को नंद नगरी पुलिस को उसकी गुमशुदगी की शिकायत दी, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी सास 10 दिसंबर को हर्ष विहार स्थित अपने मकान पर गई थीं. उसके बाद से वह घर नहीं लौटी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की. इसी बीच 15 दिसंबर को पुलिस को महिला के परिजनों से सूचना मिली कि हर्ष विहार स्थित उनके मकान के बेड से बदबू आ रही है. पुलिस ने मौके ओर पहुंचकर जब बेड के अंदर देखा तो उन्हें आशा देवी की लाश पॉलिथीन में लिपटी मिली.
अलीगढ़ में छापा मार पुलिस ने दबोचा
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में शुरुआती जांच के बाद किराएदार देवेंद्र के गायब होने का पता चला0 एसीपी अभिषेक गुप्ता की देखरेख के एसएचओ रणधीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर उसकी पकड़ के लिए लगाया गया. पुलिस को पता चला कि देवेंद्र अलीगढ़ में है, जिस पर पुलिस टीम ने अलीगढ़ में छापेमारी कर उसे दबोच लिया. पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकारते हुए पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
देवेंद्र चार साल पहले शिफ्ट हुआ था मृतका के मकान में
देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि वो 12वीं तक पढ़ा है. उसके पिता किसान हैं. दो भाई और एक बहन में वह सबसे छोटा है. वो 2015 में दिल्ली आया और कॉपर वायर पैकिंग का बिजनेस करने लगा. कोविड के दौरान उसे बिजनेस में नुकसान हुआ और उसका काम बंद हो गया. दो साल से वह बेरोजगार था. उसने जर्मनी में पढ़ाई करने के नाम पर पिता से पैसे मांगे. उसके पिता ने जमीन बेचकर उसे पैसे दिए. वो चार साल पहले आशा देवी के नंद नगरी वाले मकान में आया और तब से वहीं रह रहा था.