दिवाली का फुस्स पटाखा निकले ये 10 खिलाड़ी, वर्ल्ड कप में उम्मीद के मुताबिक नहीं कर सके प्रदर्शन
इस बार के वनडे वर्ल्ड कप में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्होंने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है, और इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और इंग्लैंड के खिलाड़ी भी शामिल हैं.
इस वर्ल्ड कप का लीग स्टेज खत्म होने वाला है. अभी तक तीन टीमों ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है और चौथी जगह के लिए तीन टीम रेस में दौड़ रही है. इनमें न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की टीम शामिल हैं. हालांकि, इस वर्ल्ड कप में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिनसे वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले काफी उम्मीदें थी, लेकिन वो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन कर नहीं पाए. आइए हम आपको ऐसी दस खिलाड़ियों की लिस्ट बताते हैं.
वर्ल्ड कप के 10 फ्लॉप क्रिकेटर्स
स्टीव स्मिथ: ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाज स्टीव स्मिथ से हमेशा ऑस्ट्रेलियाई टीम और दुनियाभर के क्रिकेट फैन्स को काफी उम्मीदें होती है, लेकिन उनके लिए यह वर्ल्ड कप अच्छा नहीं गया है. स्मिथ ने इस वर्ल्ड कप में अभी तक क्रमश: 46, 19, 0, 7, 71, 18, 44 रन बनाए हैं. इसका मतलब है कि स्मिथ ने अभी तक कुल 7 मैचों में 205 रन बनाए, जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है, और वो नीदरलैंड्स के खिलाफ आया था.
जॉनी बेयरस्टो: इंग्लैंड की टीम ने इस वर्ल्ड कप में शर्मनाक प्रदर्शन किया है, क्योंकि उनके कई बल्लेबाजों ने रन नहीं बनाए हैं. उन्हीं से एक जॉनी बेयरस्टो हैं, जिन्होंने इस वर्ल्ड कप में अभी तक क्रमश: 33, 52, 2, 10, 30, 14, 0, 15 रनों की पारियां खेली है. इसका मतलब इन्होंने अभी तक कुल 8 मैचों में सिर्फ 156 रन बनाए हैं.
जो रूट: इस लिस्ट में इंग्लैंड के एक और बल्लेबाज का नाम शामिल है, और उनका नाम जो रूट है. रूट ने इस वर्ल्ड कप में क्रमश: 77, 82, 11, 2, 3, 0, 13, और 28 रनों की पारियां खेली हैं. इसका मतलब रूट ने 8 मैचों में कुल 216 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ एक विकेट भी लिया था.
विक्रमजीत सिंह: नीदरलैंड्स के इस ऑलराउंडर्स से उनकी टीम को काफी उम्मीदें दी, लेकिन इन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. इस वर्ल्ड कप में विक्रमजीत सिंह ने क्रमश: 52, 12, 2, 4, 25, और 3 रनों की पारियां खेली है. इसका मतलब इस खिलाड़ी ने 6 मैचों में कुल 98 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने तीन मैचों में गेंदबाजी भी की है, लेकिन एक भी विकेट चटकाने में असफल रहे हैं .
मोहम्मद नबी: अफगानिस्तान को अपने इस ऑलराउंडर खिलाड़ी से हमेशा खास उम्मीदें रहती है. हालांकि अफगानिस्तान ने इस वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन मोहम्मद नबी ने कुछ खास नहीं किया है. उन्होंने अभी तक वर्ल्ड कप मैचों में 6, 19, 9, 7, और 12 रन बनाए हैं. इसका मतलब नबी ने 8 मैचों की 5 पारियों में बल्लेबाजी की है, और सिर्फ 53 रन बनाए हैं, जबकि कुल 6 विकेट हासिल किए हैं.
टेम्बा बवूमा: साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बवूमा के लिए भी वर्ल्ड कप अच्छा नहीं गया है. उनकी टीम ने भले ही अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन बवूमा ने अभी तक क्रमश: 8, 35, 16, 28, 24, और 11 रनों की पारियां खेली है. इसका मतलब बवूमा ने कुल 6 मैचों में सिर्फ 122 रन बनाए हैं.
कुसल मेंडिस: दसुन शानाका के चोटिल होने के बाद इस वर्ल्ड कप में श्रीलंकाई कप्तानी संभालने वाले कुसल मेंडिस का फॉर्म कप्तान बनने के बाद अचानक खराब हो गया. उन्होंने इस वर्ल्ड कप में क्रमश: 76, 122, 9, 11, 11, 39, 1, 19, और 6 रनों की पारियां खेली है. कुसल मेंडिस ने पहले दो मैचों में 198 रन बनाए थे, लेकिन तीसरे मैच से उनके ऊपर कप्तानी का बोझ आया, जिसके बाद उन्होंने अगले 7 मैचों में सिर्फ 96 रन बनाए. कप्तान बनने के बाद उनका औसत और स्ट्राइक रेट दोनों अर्श से फर्श पर आ गया.
हारिस रऊफ: इस लिस्ट में नौवें खिलाड़ी का नाम हारिस रऊफ है, जो पाकिस्तान के लिए तेज गेंदबाजी करते हैं. पाकिस्तान को हारिस की स्पीड से काफी उम्मीदें थी, लेकिन उनका प्रदर्शन बेहद साधारण रहा. रऊफ ने अभी तक इस वर्ल्ड कप में कुल 13 विकेट तो हासिल किए हैं, लेकिन उनका औसत 36.07 का है, जबकि स्ट्राइक रेट 31.84 का है, जो कि बेहद खराब माना जाता है. इसका मतलब है कि उन्होंने काफी रन खर्च किए हैं.
मोहम्मद नवाज़: पाकिस्तान के ऑलराउंडर मोहम्मद नवाज़ से भी उनकी टीम को काफी उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने ना ही गेंदबाजी से कमाल किया है और नाही बल्लेबाजी से. इस वर्ल्ड कप में नवाज़ ने क्रमश: 39, 4, 14, और 24 रनों की पारियां खेली है, और सिर्फ 3 विकेट हासिल किए हैं.