मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में मांडवी गांव में मंगलवार शाम बोरवेल में गिरे आठ साल के तन्मय साहू को सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान पिछले 70 घंटे से चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ की टीम द्वारा बोरवेल के समानांतर 46 फीट का गड्डा कर शुक्रवार तीन बजे तक करीब नौ फीट लंबी सुरंग बनाई जा चुकी है। तन्मय तक पहुंचने के लिए अब मात्र तीन फीट सुरंग बनाई जानी बाकी है। सुरंग बनाने के दौरान मिट्टी धंसकने के कारण अब मशीनों का उपयोग बंद कर हाथों से खोदाई कर मलबा निकाला जा रहा है। शुक्रवार को कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस भी हेलमेट लगाकर उस स्थान पर उतरे, जहां से सुरंग बनाई जा रही है। कलेक्टर बैंस ने बताया कि लगभग तीन फीट सुरंग की खोदाई शेष रह गई है। मलबा बाहर निकालने के लिए कुछ देर के लिए काम रोका गया है। अभी भी तन्मय के शरीर में कोई हरकत नजर नहीं आ रही है।
डाक्टरों की टीम तन्मय का परीक्षण करेगी
मौके पर डाक्टरों की टीम मौजूद है, जो तन्मय को बाहर निकालने के तत्काल बाद परीक्षण करेगी और अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि तन्मय के परिजनों से सतत संपर्क मे हैं और उन्हें जानकारी भी दी जा रही है। होमगार्ड कमांडेंट एसआर आजमी के मुताबिक सुरंग बनाने के दौरान पानी का तेजी से रिसाव हो रहा है। कुछ देर खोदाई करने के बाद मोटर पंप की मदद से पानी बाहर निकाला जा रहा है। शुरुआत में सुरंग की खोदाई करने के लिए गांव के युवाओं की भी मदद ली गई थी। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम सुरंग बना रही है। खोदाई करने के साथ लोहे की प्लेटों को नट–बोल्ट से कसकर बाक्स बनाते हुए टीम आगे बढ़ रही है। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि यह ध्यान रखेंगे कि बोरवेल को कोई क्षति ना हो। इसके बाद मशीन से खोदाई नही करेंगे। तन्मय की स्थिति के बारे में कलेक्टर बैंस ने बताया कि कोई रिस्पांस नहीं मिल पा रहा है।
तन्मय को बाहर निकालने के लिए 50 फीट की सुरंग खोदी गई
तन्मय को बाहर निकालने के लिए सुरंग बनाने 50 फीट खोदाई की गई। शुक्रवार सुबह से भी रंग बनाने का काम जारी है। नीचे पानी आने से खोदाई बंद करना पड़ता है। पानी बाहर निकालने के बाद कार्य शुरू हो पाता है। खोदाई पूरी होने के बाद बोरवेल तक सात फीट लंबी सुरंग बनाना शुरू होगा। अपर कलेक्टर श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बोरवेल के पास 45 फीट की गहराई पर मजबूत चट्टान आ गई थी, उसे तोड़ने के लिए ब्रेकर मशीन की मदद ली गई, जिसमें काफी समय लगा। इसके अलावा बचाव दल के सामने जमीन के भीतर से पानी निकलने से बड़ी समस्या आ गई है। इस पानी को दो मोटर पंप की मदद से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। पानी निकालने के बाद खोदाई की जाती है और मलबा बाहर किया जाता है। कुछ देर बाद फिर से पानी भर जाता है। मौके पर मौजूद एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ के तकनीकी विशेषज्ञों की सलाह पर गोल गड्ढा खोदा गया। इसमें उतरकर सुरंग बनाने का काम शुरू किया गया।
खेत मालिक पर दर्ज होगा मामला
अपर कलेक्टर जायसवाल ने बताया कि बोरवेल के भीतर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, जिसमें मंगलवार शाम के बाद से तन्मय के शरीर में कोई हरकत नजर नहीं आई है। आठनेर थाना प्रभारी अजय सोनी ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता तन्यम को सुरक्षित बचाने की है। बोरवेल को खुला छोड़ने के मामले में खेत के मालिक नानक चौहान के खिलाफ लापरवाही और मानव जीवन को खतरे में डालने का मामला दर्ज किया जाएगा। बचाव कार्य पूरा होने के बाद जो स्थिति होगी उसके अनुसार धारा बढ़ाई भी जाएंगी। बोरवेल से तन्मय को बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य लगातार जारी है। कठोर चट्टान और पानी के कारण खोदाई धीमी गति से हो रही है। प्रयास कर रहे हैं कि जल्द सुरंग बना ली जाए।