दिल्ली एनसीआर में शनिवार शाम 7:57 बजे भूकंप के तेज झटके लगे। लोग अफरा तफरी में घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान घरों में तेज कंपन महसूस हुआ, लेकिन झटके काफी देर तक रहने से लोग सहम गए। इस दौरान कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके करीब 7 बजकर 57 मिनट पर महसूस हुए। जैसे ही भूकंप आया, लोग अपने ऑफिसों और घरों से बाहर की ओर भागने लगे। इससे पहले मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसका केंद्र भी नेपाल में था। नेपाल में आज शाम करीब 7:57 बजे रिक्टर पैमाने पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसकी जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने दी है।
मंगलवार को भी भूकंप के तेज झटके लगे थे
कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक
0 से 1.9- सिर्फ सिस्मोग्राफी से पता चलेगा।
2 से 2.9- हल्के झटके लगते हैं।
3 से 3.9- कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं।
5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं।
6 से 6.9- कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है।
7 से 7.9- बिल्डिंग और मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था।
8 से 8.9- बड़ी इमारतें और पुल धाराशायी हो जाते हैं।
9 और उससे ज्यादा- सबसे ज्यादा तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई दिखेगी। जापान में 2011 में सुनामी के दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।