व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई। रूसी मीडिया और पुतिन के सहयोगी इस टकराव को बड़ी जीत मान रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर।
Trump-Zelensky Clash: ट्रंप-जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में तीखी बहस, रूस में खुशी की लहर!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की मुलाकात एक कड़वी बहस में बदल गई। इस बैठक में ट्रंप ने जेलेंस्की पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका यूक्रेन को बिना शर्त समर्थन देने के लिए बाध्य नहीं है। इस टकराव के बाद रूस में खुशी की लहर दौड़ गई, और रूसी मीडिया ने इसे यूक्रेन के लिए करारा झटका बताया।
रूसी मीडिया ने बताया ‘अच्छी खबर’
रूसी राज्य-नियंत्रित मीडिया RT ने इस बैठक को लेकर X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“जेलेंस्की अपने दोनों पैरों के बीच हाथ रखकर बैठे थे, जबकि ट्रंप और वेंस उन पर निशाना साध रहे थे।”
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने टेलीग्राम पर कहा,
“यह चमत्कार था कि ट्रंप और वेंस किसी तरह जेलेंस्की पर हमला करने से खुद को रोक पाए!”
रूसी सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
“यूक्रेन को ट्रंप की ओर से एक कड़ा तमाचा पड़ा है, लेकिन यह काफी नहीं है। हमें कीव सरकार की सैन्य सहायता पूरी तरह से बंद करनी होगी।”
पुतिन के करीबी ने दिया बड़ा बयान
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख किरिल दिमित्रिएव ने इस बहस को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया। उन्होंने कहा कि
“व्हाइट हाउस में हुई यह बहस पश्चिमी देशों में बदलाव का संकेत है।”
रूस की अंतर्राष्ट्रीय मानवीय सहयोग एजेंसी के प्रमुख येवगेनी प्रिमाकोव ने कहा,
“यूक्रेन की सरकार उकसावे की राजनीति कर रही है, जिसका खामियाजा निर्दोष नागरिकों को भुगतना पड़ सकता है।”
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने की ट्रंप की तारीफ
इस बहस के बाद जहां अधिकांश यूरोपीय नेताओं ने जेलेंस्की का समर्थन किया, वहीं हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ट्रंप के समर्थन में सामने आए। उन्होंने X पर लिखा,
“शक्तिशाली लोग शांति कायम करते हैं, कमजोर लोग युद्ध करते हैं। ट्रंप शांति के लिए बहादुरी से खड़े हैं।”
व्हाइट हाउस में क्यों भिड़े ट्रंप और जेलेंस्की?
👉 ट्रंप का आरोप: जेलेंस्की अमेरिका और व्हाइट हाउस का अनादर कर रहे हैं।
👉 जेलेंस्की का जवाब: अमेरिका यूक्रेन की पीड़ा और संघर्ष को नहीं समझ रहा।
👉 अमेरिकी प्रशासन: यूक्रेन को समर्थन देने के लिए अमेरिका बाध्य नहीं।
निष्कर्ष
व्हाइट हाउस में हुई ट्रंप-जेलेंस्की बहस ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इस टकराव से रूस में जश्न का माहौल है, वहीं पश्चिमी देशों में यूक्रेन को लेकर नई रणनीति पर विचार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इस बहस के वैश्विक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।