कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का दावा, अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाने की तैयारी में। AAP ने इन अटकलों को अफवाह बताया, बीजेपी ने भी साधा निशाना। जानें पूरी सियासी हलचल।
क्या अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाएंगे? प्रताप सिंह बाजवा के दावे पर AAP ने दी सफाई
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसी बीच पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि केजरीवाल संजीव अरोड़ा की जगह राज्यसभा जा सकते हैं। हालांकि, AAP ने इस दावे को खारिज कर दिया और इसे सिर्फ एक राजनीतिक अफवाह बताया।
बाजवा का दावा: पंजाब के रास्ते राज्यसभा में जाएंगे केजरीवाल
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल राज्यसभा जाने की तैयारी में हैं। बाजवा के अनुसार, AAP सांसद संजीव अरोड़ा को लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव में उतारा जा सकता है, जिससे उनकी राज्यसभा सीट खाली हो जाएगी। इस सीट पर केजरीवाल को भेजने की योजना बनाई जा रही है।
AAP की सफाई: ‘यह महज अफवाह’
पंजाब आम आदमी पार्टी ने बाजवा के दावे को पूरी तरह गलत बताया। पार्टी प्रवक्ताओं और मंत्रियों ने कहा कि इस तरह की कोई चर्चा AAP के अंदर नहीं हुई है।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा:
“ऐसी कोई चर्चा पार्टी के अंदर नहीं हुई है। विपक्षी दल केवल अफवाहें फैला रहे हैं क्योंकि उनके पास जनता से जुड़े मुद्दे नहीं हैं।”
बीजेपी का निशाना: पंजाब की सत्ता चाहते हैं केजरीवाल?
बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। बीजेपी का दावा है कि केजरीवाल अब पंजाब की राजनीति में गहरी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
- बीजेपी नेताओं का कहना है कि केजरीवाल भगवंत मान को हटाकर खुद पंजाब के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
- AAP इसे विपक्ष की साजिश बता रही है और कह रही है कि भगवंत मान की सरकार पूरी मजबूती से चल रही है।
भगवंत मान का पलटवार
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा:
“विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे हमें हटाने की साजिश में लगे रहते हैं। उन्होंने कभी भी केंद्र सरकार के सामने पंजाब के मुद्दे नहीं उठाए।”
क्या केजरीवाल राज्यसभा जाएंगे?
फिलहाल, AAP ने इस दावे को अफवाह करार दिया है, लेकिन दिल्ली चुनाव में हार के बाद केजरीवाल के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल जरूर उठने लगे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में कोई नया मोड़ आता है या नहीं।