भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच पुंछ सीमा पर 75 मिनट की फ्लैग मीटिंग हुई. बैठक में संघर्ष विराम का पालन और सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमति बनी.
सीमा पर शांति बहाली के लिए भारत-पाकिस्तान की फ्लैग मीटिंग
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीमा विवाद और आईईडी हमलों के मद्देनजर शुक्रवार (21 फरवरी) को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई. इस बैठक में दोनों देशों ने सीमा पर संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने और शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई.
75 मिनट तक चली बैठक सुबह 11 बजे चक्कन-दा-बाग क्रॉसिंग प्वाइंट पर हुई. सूत्रों के अनुसार, यह बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव कम करने और गोलीबारी की घटनाओं को रोकने पर सहमति व्यक्त की.
बैठक में किन मुद्दों पर बनी सहमति?
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के दौरान निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी:
- संघर्ष विराम समझौते का सम्मान – दोनों देशों ने 2021 के संघर्ष विराम समझौते को बनाए रखने की सहमति जताई.
- सीमा पर गोलीबारी रोकने की पहल – हाल ही में हुई गोलीबारी की घटनाओं को देखते हुए, दोनों पक्षों ने सीमा पर फायरिंग रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया.
- सीमा पर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना – सीमा क्षेत्र में सैन्य तनाव कम करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई.
- कमांडरों के बीच नियमित संवाद – भविष्य में भी ऐसी बैठकें नियमित रूप से आयोजित करने का फैसला लिया गया, ताकि किसी भी विवाद को बातचीत के जरिए हल किया जा सके.
हाल ही में बढ़ीं फायरिंग की घटनाएं
2021 में संघर्ष विराम समझौते के बाद सीमा पर शांति बनी हुई थी, लेकिन हाल के दिनों में तनाव बढ़ा है.
- 11 फरवरी को अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में दो भारतीय जवान शहीद हो गए थे.
- पुंछ और राजौरी जिलों में भी सीमा पार से फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें दो भारतीय जवान घायल हुए.
- भारतीय सेना ने इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तान की ओर भी नुकसान हुआ.
सेना को मिले कड़े निर्देश
भारत सरकार ने घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों पर पूरी तरह से सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं.
- गृह मंत्री अमित शाह ने दो सुरक्षा समीक्षा बैठकें कर सुरक्षाबलों को शून्य घुसपैठ और आतंकवाद के प्रति सख्त रवैया अपनाने के निर्देश दिए.
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी सुरक्षा बैठक कर आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का आदेश दिया.
- सर्दियों में बर्फबारी कम होने से घुसपैठ के रास्ते खुले हैं, इसलिए सेना और सुरक्षा बल LOC और भीतरी इलाकों में चौकसी बढ़ा रहे हैं.