रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बड़ा बयान! राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वे जरूरत पड़ने पर जेलेंस्की से बातचीत को तैयार हैं, लेकिन कुछ शर्तें लागू होंगी। जानिए पूरी खबर।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बड़ा बयान, पुतिन बोले- बातचीत को तैयार लेकिन…
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को खत्म करने की चर्चाएं तेज हो गई हैं, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद। इसी बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा है कि वे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) से जरूरत पड़ने पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं। इस बात की पुष्टि क्रेमलिन ने की है।
सऊदी अरब में हुई अहम बैठक
यह बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार (18 फरवरी, 2025) को सऊदी अरब में रूस और अमेरिका के राजनयिकों के बीच एक अहम बैठक हुई। इस बैठक का उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित समझौते पर चर्चा करना था। हालांकि, बैठक में यूक्रेन के किसी भी राजनयिक को शामिल नहीं किया गया, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।
जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमारे बिना किए गए किसी भी समझौते को हम मान्यता नहीं देंगे।” जेलेंस्की सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं, लेकिन वे रूस और अमेरिका के अधिकारियों से मुलाकात नहीं करेंगे। उनके प्रवक्ता सर्जी न्यकीफोरोव ने बताया कि राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनकी पत्नी ओलेना जेलेंस्का आधिकारिक दौरे के तहत पहले सऊदी अरब, फिर संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की जाएंगे।
क्या युद्ध खत्म होने की उम्मीद जगी?
पुतिन के इस बयान से संकेत मिल रहे हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को खत्म करने के लिए कूटनीतिक प्रयास किए जा सकते हैं। तीन साल से चल रहे इस युद्ध ने न केवल लाखों लोगों की जान ली है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) पर भी गंभीर प्रभाव डाला है।
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भी जल्द से जल्द इस युद्ध को समाप्त करने की वकालत की है। वहीं, रूस ने भी अब समाधान निकालने के संकेत दिए हैं। हालांकि, रूस नहीं चाहता कि इस समाधान में यूरोप और नाटो (NATO) देश शामिल हों।
क्या होगा आगे?
अब सवाल यह है कि क्या वाकई रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त होगा या फिर यह सिर्फ एक और राजनयिक चाल है? रूस और अमेरिका की बातचीत से समाधान निकलने की उम्मीद है, लेकिन यूक्रेन को इससे बाहर रखना समाधान को और जटिल बना सकता है। सभी की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में क्या नया मोड़ आता है।