IPL 2025 के लिए RCB ने रजत पाटीदार को कप्तान बनाया। विराट कोहली को नजरअंदाज करने के पीछे क्या थे तीन बड़े कारण? जानिए पूरी खबर।
RCB ने कोहली को छोड़कर रजत पाटीदार को क्यों बनाया कप्तान? ये रहे तीन बड़े कारण
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने आईपीएल 2025 से पहले एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। टीम ने रजत पाटीदार को कप्तान नियुक्त किया है। चर्चा थी कि विराट कोहली को दोबारा कप्तानी सौंपी जा सकती है, लेकिन फ्रेंचाइजी ने पाटीदार पर भरोसा जताया। इसके पीछे तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं।
1. विराट कोहली ने खुद किया इनकार
RCB के लिए पिछले सीजन में फाफ डु प्लेसिस कप्तानी कर रहे थे, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें मेगा ऑक्शन में खरीद लिया। इसके बाद टीम के सामने नया कप्तान चुनने की चुनौती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्रेंचाइजी ने विराट कोहली से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कप्तानी की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया। ऐसे में टीम को नया विकल्प तलाशना पड़ा और रजत पाटीदार को यह जिम्मेदारी दी गई।
2. युवा नेतृत्व और दीर्घकालिक रणनीति
रजत पाटीदार 32 साल के हैं और उनके पास अभी कई सालों तक क्रिकेट खेलने का समय है। RCB की टीम दीर्घकालिक नेतृत्व चाहती थी, जो आने वाले वर्षों में टीम को स्थिरता दे सके। पाटीदार घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश की कप्तानी कर चुके हैं, जिससे उन्हें नेतृत्व का अनुभव भी है।
3. विस्फोटक बल्लेबाज और भरोसेमंद खिलाड़ी
पाटीदार ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में कई मौकों पर शानदार पारियां खेली हैं। वह RCB के लिए मिडिल ऑर्डर का अहम हिस्सा रहे हैं। चोट की वजह से 2023 में वह टूर्नामेंट से बाहर रहे, लेकिन 2022 में उन्होंने एलिमिनेटर मुकाबले में शानदार शतक लगाकर अपनी क्षमता साबित की थी। फ्रेंचाइजी को उनमें एक आक्रामक लेकिन स्थिर कप्तान दिखा, जो टीम को आगे ले जा सकता है।
RCB ने किया ऐलान, कोहली ने दी प्रतिक्रिया
RCB ने एक्स (Twitter) पर लिखा –
“RCB का नया अध्याय शुरू हो रहा है और हम इससे ज्यादा उत्साहित नहीं हो सकते! 🤩 रजत पाटीदार को कप्तान बनते देखना गर्व की बात है!”
इस पर विराट कोहली ने भी प्रतिक्रिया दी और पाटीदार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पाटीदार ने मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है और वह टीम के लिए बेहतरीन कप्तान साबित होंगे।
निष्कर्ष
RCB ने IPL 2025 के लिए रजत पाटीदार को कप्तान बनाकर बड़ा फैसला लिया है। विराट कोहली के इनकार, दीर्घकालिक रणनीति और पाटीदार की कप्तानी क्षमता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया। अब देखना होगा कि क्या पाटीदार RCB को पहली बार IPL ट्रॉफी दिलाने में सफल हो पाएंगे?