बांग्लादेश ने शेख हसीना के बयान पर भारत से विरोध जताया। भारतीय उच्चायोग के समक्ष बांग्लादेश ने अपने विरोध को औपचारिक रूप से दर्ज कराया।
‘भावनाएं आहत हो रहीं’: शेख हसीना के बयान पर बांग्लादेश का भारत में विरोध
बांग्लादेश ने 6 फरवरी, 2025 को ढाका में भारतीय उच्चायोग के सामने आधिकारिक तौर पर विरोध दर्ज कराया है। बांग्लादेश के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने शेख हसीना के बयानों पर गहरी चिंता, निराशा और गंभीर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि इन बयानों से बांग्लादेश के लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं और ये बयान अस्थिरता को बढ़ावा दे रहे हैं।
बांग्लादेश का आधिकारिक विरोध
बांग्लादेशी अंग्रेजी वेबसाइट दि डेली स्टार के मुताबिक, विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने मंत्रालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि शेख हसीना की ओर से सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर की जा रही झूठी और मनगढ़ंत टिप्पणियों के कारण बांग्लादेश को गहरी चिंता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयान बांग्लादेश में अस्थिरता को बढ़ावा दे रहे हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों के लिए ठीक नहीं हैं।
बांग्लादेश ने भारत से इस मामले में तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है, ताकि शेख हसीना द्वारा दिए गए भड़काऊ और झूठे बयानों को रोका जा सके।
‘दोनों देशों के संबंधों के लिए ये गतिविधियां ठीक नहीं’
भारतीय उच्चायोग के कार्यवाहक पवन बाधे को सौंपे गए विरोध पत्र में बांग्लादेश ने इन बयानों को शत्रुतापूर्ण कृत्य माना है। बांग्लादेश का कहना है कि इस तरह की गतिविधियाँ दोनों देशों के रिश्तों में खलल डाल सकती हैं।
बांग्लादेश ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह आपसी सम्मान और समझ की भावना से उचित कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस तरह के भड़काऊ बयानों से बचा जा सके।
शेख हसीना के बयान
शेख हसीना ने भारत में कहा था, “बांग्लादेश में शुरू किए गए आंदोलन का असल उद्देश्य मेरी हत्या करना है।” उन्होंने अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूनुस ने ही शेख हसीना और उनकी बहन की हत्या की साजिश रची थी।