जया बच्चन के महाकुंभ त्रासदी पर बयान पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया दी। रवींद्र पुरी ने उन्हें डिप्रेशन का शिकार बताया और बयान की निंदा की।
जया बच्चन के महाकुंभ पर विवादित बयान पर अखाड़ा परिषद का सख्त बयान
नई दिल्ली, 4 फरवरी 2025: समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन के महाकुंभ 2025 में हुई त्रासदी को लेकर दिए गए बयान ने राजनीतिक और धार्मिक माहौल में विवाद पैदा कर दिया है। जया बच्चन ने दावा किया था कि महाकुंभ में शवों को गंगा नदी में फेंका गया था। इस बयान पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
महंत रवींद्र पुरी ने जया बच्चन के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि क्या उन्होंने खुद यह देखा? और क्या उनके पास इसके प्रमाण हैं? उन्होंने कहा, “अगर जया बच्चन महाकुंभ में आई होतीं, तो उन्हें पता होता कि यहां करोड़ों श्रद्धालु कैसे जुटे हैं।”
रवींद्र पुरी का जया बच्चन को ‘डिप्रेशन’ का शिकार मानना
रवींद्र पुरी ने आगे कहा कि जया बच्चन डिप्रेशन का शिकार हो गई हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है। उन्होंने कहा, “इस तरह की बचकानी बयानबाजी संवेदनशील मामलों में ठीक नहीं होती है।” रवींद्र पुरी ने यह भी कहा कि अमिताभ बच्चन का बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन जया बच्चन के इस बयान ने सनातन धर्मियों और संत महात्माओं का दिल दुखाया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संत महात्मा दुखी होकर किसी को श्राप देते हैं, तो राजा भी फकीर बन सकता है।