वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत का रक्षा बजट 36,959 करोड़ रुपये बढ़ाकर 4,91,732 करोड़ रुपये कर दिया है, जो चीन और पाकिस्तान के लिए रेड अलर्ट है।
डिफेंस बजट 2025-26: भारत का रक्षा बजट 4.91 लाख करोड़, चीन-पाकिस्तान को Red Alert
नई दिल्ली, 31 जनवरी 2025:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रक्षा बजट में बड़ा इजाफा करते हुए 4,91,732 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 36,959 करोड़ रुपये का यह इजाफा चीन और पाकिस्तान के लिए रेड अलर्ट की तरह है।
डिफेंस बजट में भारी बढ़ोतरी
🔹 पिछले साल: 4,54,773 करोड़ रुपये
🔹 इस साल: 4,91,732 करोड़ रुपये (13.44% वृद्धि)
डिफेंस सेक्टर में क्या बोले राजनाथ सिंह?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बढ़े हुए बजट को डिफेंस फोर्सेज के मॉडर्नाइजेशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
- मॉडर्नाइजेशन के लिए: 1,80,000 करोड़ रुपये
- डिफेंस फोर्सेज बजट: 3,11,000 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष से 10% अधिक)
- 75% बजट डॉमेस्टिक इंडस्ट्री के लिए: आत्मनिर्भर भारत मिशन को बढ़ावा
भूतपूर्व सैनिकों के लिए विशेष प्रावधान
👨✈️ भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के इलाज के लिए 8,300 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जिससे उनकी चिकित्सा सुविधाएं बेहतर होंगी।
रूरल डेवलपमेंट को दूसरा सबसे बड़ा बजट
🏡 ग्रामीण विकास मंत्रालय को इस साल 2,66,817 करोड़ रुपये का बजट मिला, जोकि पिछले वर्ष से 1,000 करोड़ रुपये अधिक है।
अन्य मंत्रालयों को बजट आवंटन
- गृह मंत्रालय: 2,33,211 करोड़ रुपये (13,568 करोड़ की वृद्धि)
- कृषि मंत्रालय: 1,71,437 करोड़ रुपये
- शिक्षा मंत्रालय: 1,28,650 करोड़ रुपये
- स्वास्थ्य मंत्रालय: 98,311 करोड़ रुपये
- शहरी विकास मंत्रालय: 96,777 करोड़ रुपये
- ऊर्जा मंत्रालय: 81,174 करोड़ रुपये
- कॉमर्स एंड इंडस्ट्री: 65,553 करोड़ रुपये
- सोशल वेलफेयर: 60,000 करोड़ रुपये
- साइंटिफिक डिपार्टमेंट: 55,679 करोड़ रुपये
नए डिफेंस बजट से क्या बदलाव आएंगे?
🚀 डिफेंस मॉडर्नाइजेशन: आधुनिक हथियार, मिसाइल और फाइटर जेट्स की खरीदारी होगी।
🔋 डॉमेस्टिक इंडस्ट्री: घरेलू रक्षा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आत्मनिर्भर भारत मिशन को बल मिलेगा।
🌐 सुरक्षा तंत्र में मजबूती: चीन और पाकिस्तान के संदर्भ में भारत की सामरिक शक्ति में इजाफा।
निष्कर्ष
भारत का रक्षा बजट 2025-26 एक मजबूत संकेत है कि देश अपनी रक्षा क्षमताओं को और भी मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। चीन और पाकिस्तान के लिए यह बजट एक रेड अलर्ट के समान है, जिससे भारत की सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।