महाकुंभ 2025 में प्रयागराज रेलवे डिवीजन ने मौनी अमावस्या पर 222 स्पेशल ट्रेनें चलाईं, जिससे 12 लाख श्रद्धालुओं को प्रयागराज से बाहर भेजा गया। जानें रेलवे का प्लान।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज रेलवे डिवीजन ने बनाया रिकॉर्ड, 12 लाख यात्रियों को भेजा बाहर
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर महाकुंभ 2025 में प्रयागराज रेलवे डिवीजन ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। रेलवे ने 222 स्पेशल ट्रेनें चलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया, जिससे एक ही दिन में 12 लाख श्रद्धालुओं को प्रयागराज से बाहर भेजा गया। इस दौरान 365 ट्रेनों का सफल संचालन किया गया, जिसमें रेगुलर ट्रेनों के साथ-साथ मेला स्पेशल ट्रेनें भी शामिल थीं।
कैसे हुआ रिकॉर्ड संचालन?
प्रयागराज के नौ प्रमुख स्टेशनों से श्रद्धालुओं को बाहर भेजने के लिए रेलवे ने विशेष इंतजाम किए थे। एनसीआर महाप्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे।
रेलवे ने अनुमान लगाया था कि दूसरे शाही स्नान में 7-8 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होंगे। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने खुसरो बाग होल्डिंग एरिया को समय से पहले खोलने का फैसला लिया, जिससे यात्रियों की भीड़ को व्यवस्थित तरीके से मैनेज किया जा सके।
रेलवे का विशेष प्लान
✅ प्रयागराज से बाहर जाने वाली 222 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
✅ दूसरे शहरों से कोई स्पेशल ट्रेन प्रयागराज नहीं भेजी गई।
✅ रेगुलर ट्रेनों का संचालन सामान्य शेड्यूल के अनुसार हुआ।
✅ भीड़ नियंत्रण के लिए स्टेशनों पर अतिरिक्त स्टाफ और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई।
चुनौतियां और रेलवे का मैनेजमेंट
दूसरे शाही स्नान के बाद लाखों श्रद्धालु प्रयागराज रेलवे स्टेशनों पर उमड़ पड़े। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे अधिकारियों को काफी मेहनत करनी पड़ी। हालांकि, सुचारू व्यवस्था के चलते श्रद्धालुओं को किसी बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
हालांकि, इस दौरान अन्य रूट की दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, ताकि कुंभ मेले की भीड़ को प्राथमिकता दी जा सके। रेलवे उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर महाकुंभ के लिए पहले से योजनाएं तैयार कर चुका है, और उसी के तहत यह व्यवस्थाएं की गईं।
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की तैयारियां
🚆 विशेष ट्रेनें: मेले के दौरान चरणबद्ध तरीके से अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन।
🛤️ स्टेशनों पर सुविधाएं: अतिरिक्त टिकट काउंटर, हेल्प डेस्क और सुरक्षा बलों की तैनाती।
📡 डिजिटल मॉनिटरिंग: कंट्रोल रूम से रियल-टाइम ट्रेन मूवमेंट ट्रैकिंग।
🔄 फ्लेक्सिबल ट्रेन शेड्यूल: श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुसार ट्रेन टाइमिंग में बदलाव।
निष्कर्ष
प्रयागराज रेलवे डिवीजन द्वारा किया गया यह सफल ट्रेन ऑपरेशन महाकुंभ 2025 के दौरान भीड़ प्रबंधन का एक बेहतरीन उदाहरण है। रेलवे और प्रशासन के बेहतरीन तालमेल के कारण लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित बनी रही। आने वाले शाही स्नानों के दौरान भी रेलवे इसी तरह की व्यवस्थाओं को लागू करने की योजना बना रहा है।