जम्मू-कश्मीर में न्यूरोटॉक्सिन से मौतें और महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का प्रकोप। जानें इन रहस्यमयी बीमारियों के लक्षण और बचाव के तरीके।
जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र में रहस्यमयी बीमारियों का कहर
इन दिनों देश में अलग-अलग रहस्यमयी बीमारियां लोगों के लिए चिंता का विषय बन रही हैं। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक रहस्यमयी बीमारी के कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम नामक बीमारी के 26 मामले सामने आए हैं। इन बीमारियों ने सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं इन बीमारियों के बारे में विस्तार से।
जम्मू-कश्मीर: न्यूरोटॉक्सिन के कारण मौतें
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक गांव में बीते दो महीनों में 17 लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सिलसिला एक शादी समारोह के बाद शुरू हुआ। जांच में मृतकों के सैंपल में न्यूरोटॉक्सिन नामक खतरनाक केमिकल पाया गया है।
न्यूरोटॉक्सिन क्या है?
- यह केमिकल दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है।
- यह खाने, कीटनाशक, भारी धातु, या किसी जीव के काटने से शरीर में पहुंच सकता है।
- अधिक मात्रा में यह जानलेवा साबित हो सकता है।
लक्षण:
- सिरदर्द, चक्कर आना और थकान
- याददाश्त की कमी और मूड स्विंग
- त्वचा और बालों की समस्याएं
बचाव के तरीके:
- ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।
- पर्याप्त पानी पीकर बॉडी को डिटॉक्स करें।
- तनाव कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें।
- कीटनाशक और भारी धातु से बचाव करें।
महाराष्ट्र: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का प्रकोप
महाराष्ट्र के पुणे जिले में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barre Syndrome) के 26 मामले दर्ज किए गए हैं। यह एक दुर्लभ बीमारी है, जो इम्यून सिस्टम के नसों पर अटैक के कारण होती है।
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के लक्षण:
- गंभीर दस्त और बुखार
- मांसपेशियों में कमजोरी
- हाथ-पैर सुन्न होना
- गंभीर मामलों में लकवा का खतरा
बचाव के तरीके:
- संक्रमण से बचने के लिए नियमित रूप से हाथ धोएं।
- खांसी और छींक के समय नाक और मुंह को ढकें।
- फ्लू और हेपेटाइटिस ए के टीके लगवाएं।
- हेल्दी डाइट लें और नियमित जांच कराएं।
निष्कर्ष
इन रहस्यमयी बीमारियों ने कई राज्यों में चिंता बढ़ा दी है। सही जानकारी और समय पर बचाव के उपाय अपनाकर इन खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।