चीन के बाद भारत में भी ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस (HMPV) के संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग और आम जनता के बीच चिंता का माहौल बन गया है। मुंबई में एक छह महीने की बच्ची में HMPV का मामला सामने आया है, जबकि बेंगलुरु, नागपुर, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अहमदाबाद में भी इसके कुछ मामले रिपोर्ट हुए हैं।
क्या है HMPV वायरस?
ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है, जो मानव फेफड़ों और श्वसन नली में संक्रमण पैदा करता है। यह सामान्य सर्दी, फ्लू और ब्रोन्काइटिस जैसे लक्षणों का कारण बनता है। यह वायरस विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है, लेकिन यह कोविड-19 जैसे महामारी का कारण नहीं बन सकता।
मुंबई में छह महीने की बच्ची में HMPV का मामला
मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल में एक छह महीने की बच्ची में HMPV का संक्रमण पाया गया। 1 जनवरी को बच्ची को गंभीर खांसी, सीने में जकड़न और ऑक्सीजन स्तर में गिरावट के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने रैपिड पीसीआर टेस्ट के जरिए HMPV संक्रमण की पुष्टि की और बच्ची को आईसीयू में उपचार दिया। पांच दिनों के बाद बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
भारत में HMPV का बढ़ता खतरा
HMPV के मामलों में वृद्धि को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि यह वायरस नया नहीं है और इसकी पहचान 2001 में की गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोविड-19 जैसा वायरस नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इस वायरस की स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रही है, खासकर चीन में इसके मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए।
बीएमसी और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने हालांकि इस मामले पर आधिकारिक रिपोर्ट नहीं दी है, लेकिन इन्फ्लूएंजा और गंभीर श्वसन संक्रमण के मामलों की निगरानी बढ़ा दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि HMPV दशकों से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता रहा है, लेकिन यह महामारी का रूप नहीं ले सकता।
HMPV के लक्षण
HMPV के सामान्य लक्षणों में खांसी, सर्दी, बुखार, सीने में जकड़न और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। यह आमतौर पर पहले से बीमार या एलर्जी से ग्रस्त व्यक्तियों में अधिक देखा जाता है।
निष्कर्ष
HMPV के मामलों में वृद्धि भारत में चिंताओं को बढ़ा सकती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह वायरस कोविड-19 जैसा खतरा नहीं है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस पर विस्तृत सलाह जल्द ही जारी की जाएगी।