बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 2024 में अब तक 2200 हमले दर्ज हुए, जो पाकिस्तान से भी अधिक हैं। भारत सरकार ने चिंता व्यक्त की।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर 2024: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और अन्य समुदायों पर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत सरकार ने संसद में इस विषय पर खुलासा करते हुए बताया कि 2024 में अब तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर 2200 हमले हुए हैं, जबकि पाकिस्तान में ऐसे मामलों की संख्या 112 रही। इन आंकड़ों ने बांग्लादेश को मानवाधिकार हनन के मामलों में ‘नया पाकिस्तान’ बना दिया है।
विदेश मंत्रालय का खुलासा
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में लिखित जवाब देते हुए इन हमलों के आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद से अल्पसंख्यकों पर हमलों में तेजी आई है। भारत ने इन हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए बांग्लादेश और पाकिस्तान, दोनों देशों की सरकारों से सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
भारत की प्रतिक्रिया:
- भारत ने बांग्लादेश और पाकिस्तान की सरकारों को पत्र लिखकर हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
- ढाका में भारतीय दूतावास इन घटनाओं पर करीबी नजर बनाए हुए है।
- विदेश सचिव की बांग्लादेश यात्रा के दौरान यह मुद्दा उठाया गया।
हमलों के आंकड़े:
विदेश मंत्रालय द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार:
साल | बांग्लादेश | पाकिस्तान |
---|---|---|
2022 | 47 | 241 |
2021 | 302 | 103 |
2024 | 2200 | 112 |
बांग्लादेश की स्थिति:
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर हिंदुओं पर हमले बढ़े हैं, लेकिन अंतरिम सरकार इन घटनाओं को स्वीकारने को तैयार नहीं है।
क्या भारत करेगा हस्तक्षेप?
भारत सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश की सरकार को कदम उठाने होंगे।