महाभारत के भीष्म पितामह मुकेश खन्ना ने नितेश तिवारी की रामायण में रणबीर कपूर को भगवान राम के रूप में कास्ट करने पर सवाल उठाए। जानें, उनकी टिप्पणी और विवाद।
नितेश तिवारी की रामायण पर मुकेश खन्ना का बयान
महाभारत में भीष्म पितामह की भूमिका निभाने वाले दिग्गज अभिनेता मुकेश खन्ना ने नितेश तिवारी की बहुचर्चित फिल्म रामायण में रणबीर कपूर को भगवान राम की भूमिका निभाने को लेकर तंज कसा है। अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर मुकेश खन्ना ने कहा कि भगवान राम की भूमिका निभाने वाला अभिनेता रियल लाइफ में “छिछोरा” नहीं होना चाहिए।
क्या कहा मुकेश खन्ना ने?
मिड-डे को दिए इंटरव्यू में जब उनसे इस कास्टिंग पर राय पूछी गई तो उन्होंने कहा:
“जो भी राम का किरदार निभाएगा, उसे राम का अवतार लगना चाहिए। अगर रियल लाइफ में वे बदतमीज या छिछोरे हैं, तो यह स्क्रीन पर दिखेगा। भगवान राम की भूमिका निभाने वाले को एक निश्चित आदर्श का पालन करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा,
“अगर आप भगवान राम का रोल कर रहे हैं, तो आपको पार्टी करने या शराब पीने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। हालांकि, यह तय करना मेरा काम नहीं है कि भगवान राम का किरदार कौन निभाएगा।”
अरुण गोविल से तुलना का जिक्र
मुकेश खन्ना ने कहा कि रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता की तुलना रामानंद सागर की रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल से जरूर की जाएगी। उन्होंने कहा,
“अरुण गोविल ने जो गोल्ड स्टैंडर्ड सेट किया है, उसे पार करना बेहद मुश्किल होगा। प्रभास जैसे बड़े स्टार भी भगवान राम की भूमिका में असफल रहे। उनके चेहरे पर राम जैसी शांति नहीं दिखी।”
रणबीर कपूर और साईं पल्लवी की कास्टिंग
नितेश तिवारी की रामायण में रणबीर कपूर को भगवान राम और साईं पल्लवी को देवी सीता की भूमिका में कास्ट किया गया है। फिल्म के दो भागों में रिलीज होने की योजना है—पहली किस्त दिवाली 2026 और दूसरी दिवाली 2027 पर रिलीज़ होगी।
क्या रणबीर हैं सही चुनाव?
मुकेश खन्ना ने रणबीर कपूर के अभिनय पर सवाल नहीं उठाए लेकिन कहा कि भगवान राम के चेहरे पर एक विशेष “आभा” होनी चाहिए।
“रणबीर अच्छे अभिनेता हैं, लेकिन ‘एनिमल’ में उनकी नकारात्मक पर्सनैलिटी उजागर हुई है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म इससे प्रभावित नहीं होगी।”
प्रभास का उदाहरण दिया
मुकेश खन्ना ने प्रभास की आदिपुरुष का उदाहरण देते हुए कहा कि,
“इतने बड़े स्टार होने के बावजूद, प्रभास राम का किरदार निभाने में असफल रहे। यह उनकी अभिनय क्षमता का सवाल नहीं था, बल्कि उनकी पर्सनैलिटी राम जैसी नहीं दिखी।”
मुकेश खन्ना का तंज क्यों विवादित है?
मुकेश खन्ना के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग उनकी बात से सहमत हैं, तो कुछ इसे “अनुचित आलोचना” मान रहे हैं।