बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने ऑटो स्पेयर पार्ट्स का व्यापार एक महीने के लिए रोक दिया। भारत-बांग्लादेश व्यापार पर असर।
भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ता तनाव
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने बड़ा कदम उठाया है।
- चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने बांग्लादेश से ऑटो स्पेयर पार्ट्स का व्यापार एक महीने तक रोकने का फैसला किया है।
- CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि जैसे भारत ने चीनी सामान का बहिष्कार कर चीन को सबक सिखाया, वैसे ही अब बांग्लादेश को भी सबक सिखाना जरूरी है।
बांग्लादेश की ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री पर प्रभाव
- बांग्लादेश में 95% ऑटो मोटर पार्ट्स आयात किए जाते हैं, जिनमें से 90% भारत से आते हैं।
- हर महीने बांग्लादेश के साथ 1,000 करोड़ रुपये का व्यापार होता है।
व्यापारिक आंकड़े
- 2023-24 में भारत और बांग्लादेश के बीच कुल व्यापार 14 बिलियन डॉलर (करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये) का रहा।
- भारत से बांग्लादेश के लिए निर्यात में बड़ी हिस्सेदारी ऑटो मोटर पार्ट्स की है।
CTI का बयान
CTI ने चेतावनी दी है कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बंद नहीं हुए:
- दिल्ली और देशभर के व्यापारी बांग्लादेश के साथ सारा व्यापार खत्म कर देंगे।
- CTI से जुड़े हजारों व्यापारी बांग्लादेश के साथ कोई लेन-देन नहीं करेंगे।
क्या कहते हैं व्यापारियों के नेता?
बृजेश गोयल ने कहा:
“भारत सरकार को बांग्लादेश पर आर्थिक दबाव बनाना चाहिए। व्यापारी समुदाय केंद्र सरकार के साथ है। हम बांग्लादेश को आर्थिक रूप से सख्त संदेश देना चाहते हैं।”
निष्कर्ष
भारत और बांग्लादेश के व्यापारिक रिश्तों पर इस फैसले का बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं होते, तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और तनावपूर्ण हो सकते हैं।