महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार से पहले देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार दिल्ली दौरे पर हैं। गृह मंत्रालय शिंदे को न मिलने की संभावना। विस्तार 14 दिसंबर को हो सकता है।
महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार की हलचल तेज
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार आज दिल्ली दौरे पर हैं। वहीं, शिवसेना प्रमुख और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का दिल्ली दौरा तय नहीं है। माना जा रहा है कि 14 दिसंबर 2024 को कैबिनेट का विस्तार हो सकता है।
फडणवीस की पहली मुलाकात प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे।
क्या शिंदे को गृह मंत्रालय नहीं मिलेगा?
सूत्रों के अनुसार, शिवसेना को गृह मंत्रालय नहीं मिलेगा। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शिवसेना को शहरी विकास विभाग मिल सकता है, लेकिन राजस्व विभाग मिलने की संभावना नहीं है। महायुति गठबंधन में शामिल तीनों दलों—बीजेपी, शिवसेना, और एनसीपी—के बीच विभागों के आवंटन पर सहमति नहीं बन पाई है, जिससे कैबिनेट विस्तार में देरी हो रही है।
शिंदे सरकार और गृह मंत्रालय की खींचतान
पिछली सरकार में मुख्यमंत्री रहे एकनाथ शिंदे की पार्टी अब गृह मंत्रालय की मांग कर रही है। हालांकि, देवेंद्र फडणवीस अब मुख्यमंत्री बनने के बाद भी गृह विभाग अपने पास रखना चाहते हैं।
बीजेपी को सबसे ज्यादा मंत्री पद
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के कोटे से 21 से 22 नेता मंत्री बन सकते हैं। वहीं, शिवसेना और एनसीपी के लिए भी कुछ प्रमुख विभाग आरक्षित किए जाएंगे। महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं, जिसमें कुछ पद खाली रखने की संभावना है।
महायुति की मजबूती और चुनौतियां
महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की थी। अब, तीनों दलों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान गठबंधन के भीतर संतुलन बनाए रखने की चुनौती को दर्शाती है।