स्वर्ण मंदिर में सेवा दे रहे सुखबीर सिंह बादल पर हमले की कोशिश हुई, जिसे सेवादारों ने नाकाम कर दिया। हमलावर नारायण सिंह चौरा पुलिस कस्टडी में। जानें पूरी घटना।
स्वर्ण मंदिर में हमले की कोशिश
4 दिसंबर 2024, बुधवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में एक चौंकाने वाली घटना घटी। धार्मिक सेवा दे रहे सुखबीर सिंह बादल पर एक व्यक्ति ने पिस्टल तानने की कोशिश की। सेवादारों और अन्य लोगों ने हमलावर को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।
घटना का लाइव विवरण
हमलावर ने काली पगड़ी, क्रीम रंग की जैकेट और काले रंग की पैंट पहनी हुई थी। वह धीरे-धीरे मंदिर की तरफ बढ़ा और जैसे ही उसने पिस्टल निकालकर सुखबीर सिंह बादल की ओर तानी, वहां मौजूद सेवादारों ने उसे पकड़ लिया।
हमले के समय सुखबीर सिंह व्हीलचेयर पर थे और सेवा में व्यस्त थे। घटना के बाद उनकी पत्नी हरसिमरत कौर बादल भी स्वर्ण मंदिर पहुंचीं।
हमलावर की पहचान
हमलावर का नाम नारायण सिंह बादल चौरा बताया गया है। उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड है और वह पुलिस कस्टडी में है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और हर एंगल से इसकी पड़ताल की जा रही है।
पुलिस का बयान
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरपीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी कि पुलिस अधिकारी रिशपाल सिंह, जसबीर, और परमिंदर सिंह की सतर्कता से यह हमला नाकाम हो पाया।
निष्कर्ष
स्वर्ण मंदिर जैसी पवित्र जगह पर इस तरह की घटना न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े करती है। सुखबीर सिंह बादल की तत्परता और सेवादारों की मुस्तैदी से बड़ा हादसा टल गया।