BCCI ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में दुबई को न्यूट्रल वेन्यू बनाने की पाकिस्तान की मांग को खारिज किया। जानें भारत और पाकिस्तान क्रिकेट विवाद का ताजा अपडेट।
चैंपियंस ट्रॉफी विवाद का पूरा मामला
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने प्रस्ताव रखा था कि भारत-पाक मैचों को दुबई में न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित किया जाए। PCB ने इसे “हाइब्रिड मॉडल” के तहत लागू करने की मांग की, ताकि दोनों देशों के बीच होने वाले मुकाबलों को राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से बिना बाधा के आयोजित किया जा सके।
PCB ने सुझाव दिया था कि अगले तीन साल तक ICC इवेंट्स में भारत और पाकिस्तान के सभी मैच दुबई में आयोजित किए जाएं। शुरुआत में इसे बीसीसीआई द्वारा सकारात्मक रूप से देखा जा रहा था, लेकिन अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
PCB का रुख
PCB ने अपने बयान में कहा कि यदि भारत इस फॉर्मूले को स्वीकार नहीं करता, तो पाकिस्तान भविष्य में अपनी टीम भारत नहीं भेजेगा। PCB के मुताबिक, यह समाधान दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हो सकता था, लेकिन BCCI ने इसे अनदेखा कर दिया। PCB ने चेतावनी दी कि यदि भारत इस प्रस्ताव को खारिज करता है, तो वह भी भारत में होने वाले ICC इवेंट्स में अपनी टीम नहीं भेजेगा।
BCCI का जवाब
BCCI ने साफ कर दिया कि भारत-पाक मैचों को न्यूट्रल वेन्यू पर करवाने की कोई जरूरत नहीं है। जय शाह, जिन्होंने 1 दिसंबर 2024 को ICC चेयरमैन का पदभार संभाला, ने PCB की मांग को खारिज करते हुए कहा कि भारत अपने घरेलू मैचों की मेजबानी के अधिकार से समझौता नहीं करेगा।
विवाद का असर
यह विवाद चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर गहरा असर डाल सकता है, जो पाकिस्तान में आयोजित होने वाली है। यदि दोनों बोर्ड के बीच सहमति नहीं बनती, तो यह टूर्नामेंट रद्द भी हो सकता है। इससे न केवल क्रिकेट प्रेमियों की निराशा बढ़ेगी, बल्कि ICC को भी राजस्व और दर्शकों की संख्या में कमी का सामना करना पड़ सकता है।
PCB की भविष्य की योजना
PCB अब ICC और अन्य अंतरराष्ट्रीय बोर्डों के साथ इस मुद्दे को उठाने की योजना बना रहा है। उनका कहना है कि भारत का रुख खेल की भावना के खिलाफ है। वहीं, BCCI का मानना है कि पाकिस्तान का प्रस्ताव खेल को राजनीतिकरण करने का प्रयास है।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के मैदान पर मुकाबले हमेशा से रोमांचक रहे हैं, लेकिन राजनीतिक तनाव ने खेल को प्रभावित किया है। BCCI और PCB के बीच इस मुद्दे पर कोई सहमति न बनने से दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों को निराशा हो सकती है। अब सभी की नजरें ICC और अन्य क्रिकेट बोर्डों की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।