महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस ने वोटिंग प्रक्रिया में गड़बड़ी और अनियमितताओं का आरोप लगाया। पार्टी ने चुनाव आयोग से मामले की जांच और हस्तक्षेप की अपील की है।
चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं का आरोप
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान और मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाए। पार्टी ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में 47 लाख नए नाम जोड़े गए और 10,000 से अधिक मतदाता हरेक विधानसभा क्षेत्र में “मनमाने ढंग से” हटाए गए।
कांग्रेस का दावा है कि इस बदलाव का सीधा लाभ सत्तारूढ़ गठबंधन को हुआ, जिसने 288 में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि
कांग्रेस ने मतदान प्रतिशत में अचानक बढ़ोतरी पर भी सवाल उठाए। पार्टी के अनुसार, 21 नवंबर को शाम 5 बजे तक 58.22% मतदान दर्ज किया गया था, जो रात 11:30 बजे तक बढ़कर 66.05% हो गया। इसके अलावा, केवल एक घंटे में लगभग 76 लाख वोट डाले जाने की बात कही गई।
ईवीएम पर सवाल और बैलट पेपर की मांग
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए बैलट पेपर की मांग की। उनका कहना है कि ईवीएम में गड़बड़ियां होने की संभावना रहती है, और पारदर्शिता के लिए मतपत्रों का उपयोग जरूरी है।
चुनाव आयोग से अपील
पार्टी ने चुनाव आयोग से इस मामले में हस्तक्षेप करने और व्यक्तिगत सुनवाई की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं से लोकतंत्र की जड़ें कमजोर हो रही हैं।
सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत और विपक्ष की स्थिति
महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 230 सीटें जीतीं, जिनमें बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। दूसरी ओर, कांग्रेस महा विकास अघाड़ी के तहत केवल 16 सीटें जीत सकी।