एकनाथ शिंदे ने सीएम पद पर बीजेपी नेतृत्व के फैसले को स्वीकार किया, फडणवीस ने महायुति में एकता की बात कही। जानें महाराष्ट्र की राजनीति का पूरा हाल।
महायुति की जीत और सीएम पद की चर्चा
महाराष्ट्र में महायुति (बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन) ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीतकर बड़ी जीत हासिल की। बीजेपी ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल किया। शिवसेना शिंदे गुट ने 57 और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की।
चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा तेज हो गई थी।
एकनाथ शिंदे का बयान
पूर्व सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि वह केंद्र सरकार के फैसले का सम्मान करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं उत्पन्न करेंगे।
शिंदे ने उन अटकलों को खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि दोबारा सीएम न बनाए जाने से वह निराश हैं। उन्होंने कहा कि महायुति की जीत सभी दलों के सहयोग का परिणाम है।
देवेंद्र फडणवीस का बयान
पूर्व डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में मीडिया से बातचीत में कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा सामूहिक निर्णय लिया है। एकनाथ शिंदे जी ने खुद लोगों की शंकाओं को दूर किया है। जल्द ही हम अपना निर्णय लेंगे।”
फडणवीस ने महायुति की एकजुटता पर जोर दिया और विपक्ष के तंज को खारिज किया।
विपक्ष का तंज और राजनीतिक हलचल
महाविकास अघाड़ी और कांग्रेस ने एकनाथ शिंदे की स्थिति पर कटाक्ष किया। विपक्ष ने शिंदे की भूमिका को लेकर सवाल उठाए।
वहीं, महायुति के नेताओं ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए महायुति की मजबूती का दावा किया।
निष्कर्ष
महायुति की शानदार जीत के बाद महाराष्ट्र में सीएम पद का फैसला बीजेपी नेतृत्व करेगा। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बयानों से गठबंधन में एकता का संकेत मिलता है। जल्द ही सरकार गठन प्रक्रिया पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।