बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर VHP का गुस्सा, मोदी सरकार से उठाई ये बड़ी मांग
बांग्लादेश में इस्कॉन पुजारी चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर भारतीय हिंदू संगठनों में गहरी चिंता है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव बजरंग लाल बागड़ा ने इसे कायरतापूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना बताया। बागड़ा ने बांग्लादेश प्रशासन की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि यह हिंदू समाज के मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
‘हिंदू समाज पर वामपंथी और इस्लामिक तत्वों का दबाव’
बागड़ा ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में वामपंथी और इस्लामिक तत्व मिलकर हिंदू समाज का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने वैश्विक समुदाय से मांग की कि बांग्लादेश प्रशासन पर दबाव डाला जाए ताकि हिंदू समाज के अधिकारों की रक्षा हो सके।
भारत सरकार से प्रतिक्रिया की मांग
बागड़ा ने कहा कि भारत सरकार का इस मुद्दे पर जवाब बहुत सतर्क और न्यूनतम था। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि लंबे समय तक इस तरह के उत्पीड़न को सहन नहीं किया जा सकता।
चिन्मय प्रभु की रिहाई की मांग
VHP ने तुरंत प्रभाव से इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की रिहाई की मांग की। बागड़ा ने बांग्लादेश सरकार से अपेक्षा की कि वह बिना किसी कारण के हिंदू धार्मिक नेताओं की गिरफ्तारी से बचे।