Saturday, April 19, 2025
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एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र से बाहर भेजो, देवेंद्र फडणवीस होंगे सीएम’: रामदास अठावले

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की भारी जीत के बाद, राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस जारी है। अभी तक नए मुख्यमंत्री की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एक अहम बयान दिया है, जिससे मुख्यमंत्री पद पर बनी अनिश्चितता को लेकर एक नया मोड़ आ सकता है। अठावले ने कहा कि एकनाथ शिंदे को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जाना चाहिए, जबकि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया जाए।

एकनाथ शिंदे को केंद्रीय कैबिनेट में स्थान देने की सलाह

रामदास अठावले ने एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद या केंद्रीय कैबिनेट में जगह देने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि शिंदे को अपनी नाराजगी को छोड़ते हुए, पार्टी के हित में काम करना चाहिए और फडणवीस के नेतृत्व में सहयोग करना चाहिए। अठावले का यह बयान इस समय महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 57 विधायक पार्टी के लिए निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं, और उनकी नाराजगी को दूर करना बीजेपी के लिए चुनौती बन गया है।

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का निर्माण

रामदास अठावले ने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी हाईकमान ने तय कर लिया है कि देवेंद्र फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, इस निर्णय से एकनाथ शिंदे खुश नहीं हैं और उनकी नाराजगी को दूर करना बीजेपी के लिए जरूरी हो गया है। अठावले ने सुझाव दिया कि शिंदे को दो कदम पीछे हटकर काम करना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे देवेंद्र फडणवीस ने अपने नेतृत्व में एकजुट होकर काम किया। उनका कहना है कि शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद या केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलनी चाहिए, जिससे वे अपने गुट और पार्टी के लिए काम कर सकें।

महायुति के भीतर सामंजस्य की आवश्यकता

रामदास अठावले ने यह भी बताया कि महायुति गठबंधन के भीतर जल्द ही इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा, क्योंकि शिंदे और उनके 57 विधायकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उनका कहना है कि पार्टी को एक मजबूत और समन्वित मंत्रिमंडल का निर्माण करना चाहिए, और इस मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी को भी एक मंत्री पद मिलना चाहिए। उन्होंने यह मांग पहले ही देवेंद्र फडणवीस से भी की है। अठावले का यह बयान महayuति के भीतर सामंजस्य और समझौते की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

चुनावी परिणामों का प्रभाव

23 नवंबर को आए विधानसभा चुनावों के परिणाम में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं हैं। महायुति गठबंधन ने कुल 288 सीटों में से 235 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिसमें से बीजेपी को 132 सीटें, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 सीटें, और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिलीं हैं। अन्य पार्टियों को भी गठबंधन में शामिल होने का अवसर मिला है। इस जीत के बावजूद, मुख्यमंत्री पद को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जो पार्टी के भीतर भी चर्चा का विषय है।

राजनीतिक संतुलन और गठबंधन की अहमियत

रामदास अठावले ने यह भी कहा कि महायुति में सामूहिक रूप से एक मजबूत निर्णय लेने की आवश्यकता है। उनका मानना है कि बीजेपी के पास इतनी सीटें हैं कि वह अपना नेतृत्व मजबूती से तय कर सके। इसके अलावा, उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस मुद्दे पर जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेंगे। इस पूरे घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट हो गया है कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी के भीतर कई स्तरों पर बातचीत और सामंजस्य की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए जारी सस्पेंस अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के बयान से और बढ़ गया है। अठावले ने एकनाथ शिंदे को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करने और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का सुझाव दिया है, जिससे राज्य की राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा मिलता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी हाईकमान इस पर कैसे निर्णय लेता है और राज्य के राजनीतिक संतुलन को कैसे बनाए रखता है।

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