महाराष्ट्र चुनाव 2024 में ‘वोट जिहाद’ पर मचे विवाद के बीच साधु-संतों ने सनातनियों से हिंदू समर्थक दलों को वोट देने की अपील की। जानें धर्मगुरुओं की प्रमुख प्रतिक्रियाएं।
‘वोट जिहाद’ पर साधु-संतों का कड़ा रुख
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘वोट जिहाद’ का मुद्दा गरमा गया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा धर्म युद्ध की बात कहने के बाद, अयोध्या के महंत राजू दास और अन्य प्रमुख धर्मगुरुओं ने हिंदू समाज से एकजुट होकर वोट देने की अपील की है।
सनातन धर्म के समर्थन में साध्वी गीतांबा तीर्थ
साध्वी गीतांबा तीर्थ ने कहा कि जैसे मुस्लिम समाज एकजुट होकर ‘वोट जिहाद’ करता है, उसी तरह सनातनी समाज को भी अपने धर्म की रक्षा के लिए संगठित होना चाहिए। उन्होंने इसे भारत के कल्याण और सनातन धर्म के उत्थान के लिए आवश्यक बताया।
हिंदू विरोधी ताकतों को परास्त करने की अपील
धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि यदि मुस्लिम समाज संगठित होकर वोट करता है, तो हिंदू समाज को भी अपने धर्म और राष्ट्र के समर्थन में एकजुट होना चाहिए। उन्होंने इसे हिंदू विरोधी ताकतों को हराने का एकमात्र तरीका बताया।
‘सनातन धर्म के लिए सरकार चुनें’
मां बगलामुखी सिद्धपीठ धाम वृंदावन के पीठाधीश्वर त्रिशूल बाबा ने कहा कि हिंदुओं को ऐसी सरकार चुननी चाहिए जो सनातन धर्म की रक्षा कर सके। उन्होंने आरोप लगाया कि गैर-हिंदुत्ववादी सरकार को सत्ता में लाने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।
स्वामी हंसराम उदासीन का संदेश
हरि शेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने कहा कि सनातनी समाज को ‘वोट जिहाद’ के खिलाफ एकजुट होकर बीजेपी के पक्ष में वोट करना चाहिए। उन्होंने इसे हिंदुत्व और राष्ट्र की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया।
‘स्वतंत्रता से वोट दें’: महंत दुर्गादास
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत दुर्गादास ने ‘वोट जिहाद’ की निंदा की। उन्होंने कहा कि लोग अपनी स्वतंत्रता का सम्मान करते हुए जिसे चाहें, उसे वोट दें। किसी पर कोई दबाव नहीं होना चाहिए।
‘वोट जिहाद’ के विवाद पर बढ़ती चर्चा
‘वोट जिहाद’ के मुद्दे ने महाराष्ट्र चुनाव में राजनीतिक और धार्मिक बहस को बढ़ावा दिया है। धर्मगुरुओं की अपील और उनके विचारों ने चुनाव को नया मोड़ दे दिया है।