महाराष्ट्र चुनाव: खरगे के बयान ने मचाया सियासी भूचाल
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने एक विवादित बयान से नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस को “जहरीला सांप” करार दिया। इसके बाद बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
खरगे का बयान न केवल कांग्रेस और बीजेपी के बीच तनाव को बढ़ा रहा है, बल्कि चुनावी माहौल को भी प्रभावित कर सकता है।
खरगे का बयान: ‘जहरीला सांप’ और बीजेपी-आरएसएस पर हमला
महाराष्ट्र के एक चुनावी कार्यक्रम में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा:
“BJP और RSS सांप और जहर की तरह हैं। अगर सांप किसी को काटेगा, तो वह मरेगा। इसलिए ऐसे सांप को मार देना चाहिए।”
खरगे ने इस बयान के जरिए बीजेपी और आरएसएस को सबसे खतरनाक राजनीतिक शक्तियों में से एक बताया। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी और आरएसएस देश को सांप्रदायिकता और नफरत की राजनीति में धकेल रहे हैं।
VHP और बीजेपी का पलटवार
खरगे के इस बयान पर बीजेपी और VHP ने आक्रामक रुख अपनाया।
VHP प्रवक्ता विनोद बंसल का जवाब
- VHP प्रवक्ता विनोद बंसल ने खरगे को करारा जवाब देते हुए कहा,
“कांग्रेस हमेशा से हिंदुओं को दबाने और उनके खिलाफ बयानबाजी करने में लगी रही है। खरगे का बयान उनके असली एजेंडे को उजागर करता है।”
- बंसल ने एक कहानी के जरिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“हाथी हमेशा अपने रास्ते पर चलता रहता है। उसके पीछे कुछ जानवर भौंकते हैं, लेकिन इससे हाथी पर कोई असर नहीं पड़ता। यही हालत कांग्रेस की हो गई है जो बीजेपी और आरएसएस पर बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है, लेकिन जनता समझ चुकी है.
बीजेपी का बयान
- बीजेपी ने खरगे के बयान को हिंदुओं का अपमान बताया। पार्टी ने कहा कि यह बयान कांग्रेस की हताशा और गिरती लोकप्रियता को दर्शाता है।
- बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति करती है और अब जनता उनके झूठे एजेंडे को समझ चुकी है।
राजनीतिक विवाद के पीछे का सच
खरगे के बयान के संभावित उद्देश्य
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि खरगे का यह बयान महाराष्ट्र में कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। कांग्रेस बीजेपी और आरएसएस को सांप्रदायिकता के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी का पलटवार और जनसंपर्क अभियान
बीजेपी इस बयान को जनता तक ले जाकर इसे कांग्रेस की कट्टरपंथी सोच के सबूत के रूप में पेश कर रही है। पार्टी का मानना है कि इससे हिंदू मतदाताओं को लामबंद करने में मदद मिलेगी।
क्या खरगे का बयान कांग्रेस के लिए फायदेमंद होगा?
- खरगे का यह बयान कांग्रेस के वोट बैंक को मजबूत कर सकता है, लेकिन इससे बीजेपी को भी हिंदू वोटों को एकजुट करने का मौका मिलेगा।
- राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे विवादित बयान दोनों पार्टियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, क्योंकि इससे चुनावी माहौल गर्म होता है।
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर खरगे के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं।
- कुछ लोगों ने खरगे का समर्थन करते हुए बीजेपी और आरएसएस को सांप्रदायिकता फैलाने का दोषी ठहराया।
- वहीं, कई लोग कांग्रेस पर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं।
महाराष्ट्र चुनाव में इसका असर
महाराष्ट्र चुनाव 2024 में इस बयान का बड़ा असर हो सकता है।
- बीजेपी इस बयान को अपने चुनावी अभियानों में इस्तेमाल कर सकती है।
- कांग्रेस अपने पुराने वोट बैंक को बनाए रखने और बीजेपी को घेरने के लिए इसे एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगी।
निष्कर्ष
मल्लिकार्जुन खरगे का ‘जहरीला सांप’ बयान महाराष्ट्र चुनाव 2024 में एक बड़ा मुद्दा बन गया है। कांग्रेस इसे अपनी विचारधारा के रूप में पेश कर रही है, जबकि बीजेपी और वीएचपी इसे हिंदुओं पर हमला बता रही हैं।
आने वाले दिनों में इस बयान का असर चुनावी रैलियों और वोटिंग पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।