AAP छोड़कर BJP में शामिल हुए कैलाश गहलोत
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा देने के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। उन्होंने बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कैलाश ने बीजेपी में शामिल होने को अपने लिए एक बड़ा कदम बताया।
‘यह फैसला आसान नहीं था’: कैलाश गहलोत
बीजेपी में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा,
“यह फैसला अचानक या दबाव में नहीं लिया गया। मैंने पार्टी की विचारधारा और पीएम मोदी की नीतियों से प्रेरित होकर यह कदम उठाया। आम आदमी पार्टी जिस मकसद से बनी थी, वह पीछे छूट गया है। विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार का साथ आना जरूरी है।”
कैलाश ने कहा कि उन्होंने अन्ना आंदोलन के दौरान एक विचारधारा के तहत राजनीति में कदम रखा था, लेकिन वर्तमान में AAP अपनी प्राथमिकताओं से भटक गई है।
AAP पर साधा निशाना
कैलाश गहलोत ने AAP सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने कई बड़े वादे किए थे, जैसे यमुना को साफ करना, लेकिन वे सभी अधूरे रह गए। उन्होंने कहा,
“यमुना पहले से ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है। सीएम आवास विवाद और अन्य मुद्दे यह सवाल खड़ा करते हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी की राजनीति में विश्वास करते हैं।”
बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया
बीजेपी में कैलाश गहलोत के शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा,
“यह कदम दिल्ली की राजनीति में एक टर्निंग पॉइंट साबित होगा। कैलाश का अनुभव और समर्पण बीजेपी को मजबूती देंगे।”
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कैलाश का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि वह अपने काम के लिए जाने जाते हैं और उनके आने से दिल्ली बीजेपी को मजबूती मिलेगी।
दिल्ली की राजनीति में अहम बदलाव
कैलाश गहलोत का बीजेपी में शामिल होना दिल्ली की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत देता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस कदम को आगामी चुनावों में कैसे भुनाती है और कैलाश गहलोत पार्टी के लिए किस तरह योगदान करते हैं।
निष्कर्ष
कैलाश गहलोत का बीजेपी में शामिल होना न केवल उनके लिए बल्कि दिल्ली की राजनीति के लिए भी एक अहम पड़ाव है। उनके इस कदम से AAP के भीतर और दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में कई नए सवाल खड़े हो गए हैं।