चाहत खन्ना का खुलासा: ‘मुझे मेरे भगवान को पूजने से मना किया गया’, एक्स हसबैंड ने किया था ब्रेनवॉश
टीवी एक्ट्रेस चाहत खन्ना अपनी पर्सनल लाइफ और विवादित शादियों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रही हैं। उन्होंने दो शादियां कीं और दोनों ही असफल रहीं, जिसके चलते उनका नाम कई बार विवादों में आया। चाहत ने अपनी दूसरी शादी के बाद इस्लाम कबूल किया था, लेकिन अब उन्होंने इस्लाम अपनाने के पीछे के कारणों और उस समय की कठिनाइयों को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
पहली और दूसरी शादी
चाहत खन्ना की पहली शादी भरत नरसिंघानी से हुई थी, लेकिन यह शादी एक साल बाद ही खत्म हो गई। चाहत ने इस शादी को अब्यूसिव बताया। इसके बाद उन्होंने दूसरी शादी लेखक शाहरुख मिर्जा के बेटे फरहान मिर्जा से की, जिससे उन्हें दो बेटियां हुईं। हालांकि, उनकी दूसरी शादी भी लंबी नहीं चली और अलगाव हो गया। इस शादी के दौरान चाहत ने इस्लाम कबूल किया, जिसे लेकर अब उन्होंने चौंकाने वाले बयान दिए हैं।
ब्रेनवॉश करके इस्लाम कबूल करवाया
चाहत ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उनके एक्स हसबैंड फरहान मिर्जा ने उन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए ब्रेनवॉश किया था। उन्होंने कहा कि “उन्हें इस्लाम अपनाने का कोई अफसोस नहीं है, लेकिन सनातन धर्म में लौटने के बाद वह बेहद खुश हैं।” चाहत ने बताया कि शादी के बाद इस्लाम के बारे में उन्हें कई नई बातें पता चलीं और कई सवालों के जवाब भी मिले। उन्होंने कहा कि उस वक्त वो एक Vulnerable स्थिति में थीं, जिससे वह कंफ्यूज हो गई थीं।
धर्म बदलने का पछतावा नहीं, मगर ब्रेनवॉश की सच्चाई
चाहत खन्ना ने इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्हें उनके भगवान को पूजने से मना किया गया था। उन्होंने कहा, “मुझे मेरे भगवान को नहीं पूजने को कहा गया था, और यह सही तरीका नहीं था। अब मुझे सही और गलत का फर्क पता है।” उन्होंने इस्लाम अपनाने को लेकर कोई पछतावा नहीं जताया, लेकिन सनातन धर्म में लौटने पर उन्हें सुकून और संतोष महसूस हुआ। चाहत ने अपनी धार्मिक यात्रा और अपनी निजी जिंदगी के इस मुश्किल दौर को साझा करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने अपनी जड़ों की ओर वापसी की है।
सिंगल मदर के रूप में चुनौतियां
चाहत एक सिंगल मदर हैं और अपने दोनों बेटियों की देखभाल करती हैं। उन्होंने पहले भी इस बात का खुलासा किया था कि सिंगल मदर होने के कारण उन्हें काम मिलने में दिक्कतें आ रही हैं। इंडस्ट्री में सिंगल मदर्स के प्रति भेदभाव का सामना करने के बाद भी चाहत अपने बच्चों के साथ एक मजबूत जिंदगी जी रही हैं। चाहत खन्ना की यह कहानी समाज में महिलाओं के प्रति नजरिए और उनकी धार्मिक यात्रा को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश देती है।