BRICS शिखर सम्मेलन 2024: पीएम मोदी कज़ान पहुंचे, रूसी राष्ट्रपति से आज होगी मुलाकात, 7 बिंदुओं में जानें पूरा शेड्यूल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (22 अक्टूबर 2024) को कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024 में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर रूस रवाना हुए। यात्रा पर निकलने से पहले उन्होंने कहा कि वह इस यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित हैं।
यात्रा के दौरान, मोदी कज़ान में ब्रिक्स सदस्य देशों के नेताओं और अन्य आमंत्रित मेहमानों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन विभिन्न देशों के प्रमुखों के लिए वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।
इस बार BRICS सम्मेलन क्यों खास है?
वर्ष 2024 में यह मोदी की रूस की दूसरी यात्रा है। इससे पहले, उन्होंने जुलाई में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। इस बार भी वह सभी राष्ट्र प्रमुखों और अन्य मेहमानों से मिलने का कार्यक्रम बना रहे हैं। आइए जानते हैं कि इस सम्मेलन में क्या होने की संभावना है:
- द्विपक्षीय बैठक: पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
- चीनी राष्ट्रपति का भाग लेना: चीन के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि मोदी और शी जिनपिंग के बीच भी बैठक हो सकती है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
- भारत की प्रतिबद्धता: रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने बताया कि भारत ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य है और आर्थिक सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है।
- यूक्रेन युद्ध के प्रभाव: यह शिखर सम्मेलन रूस में यूक्रेन से युद्ध के बाद का सबसे बड़ा सम्मेलन है। यह ऐसे समय हो रहा है जब राष्ट्रपति पुतिन को यह साबित करना है कि पश्चिमी देशों का प्रयास उन्हें अलग-थलग करने में असफल रहा है।
- अमेरिका की चिंताएं: संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस धारणा को खारिज किया है कि ब्रिक्स एक भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभर सकता है, लेकिन उसने इस आयोजन के माध्यम से रूस के राजनयिक प्रभाव के लाभ उठाने को लेकर चिंता व्यक्त की है।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव की भागीदारी: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अप्रैल 2022 के बाद से अपनी पहली यात्रा कर रहे हैं। वह गुरुवार को पुतिन से मुलाकात करेंगे।
- ब्रिक्स का आर्थिक प्रभाव: ब्रिक्स समूह अब विश्व की 45 प्रतिशत जनसंख्या और क्रय शक्ति समता के आधार पर इसकी 35 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है, भले ही चीन इसकी आधी से अधिक आर्थिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।