Assembly Elections 2024 के लिए महाराष्ट्र और झारखंड में चुनावी तारीखों की घोषणा हो चुकी है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होंगे, जबकि झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, इंडिया गठबंधन के भीतर फूट पड़ती हुई नजर आ रही है।
महाराष्ट्र और झारखंड में सीट बंटवारे पर खींचतान
महाराष्ट्र और झारखंड दोनों राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई है। झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जबकि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (सपा) की एंट्री ने सीट बंटवारे को और जटिल बना दिया है।
झारखंड में JMM-कांग्रेस का फॉर्मूला, RJD के बगावती सुर
झारखंड में जेएमएम 41 और कांग्रेस 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। रविवार (20 अक्टूबर) को हेमंत सोरेन के आवास पर कांग्रेस और आरजेडी के साथ बैठक हुई थी, जिसमें लेफ्ट को भी गठबंधन में शामिल कर लिया गया। हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार गठबंधन में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बची हुई 11 सीटों पर अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि, इस ऐलान के बाद आरजेडी में नाराजगी बढ़ गई। पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, “हम इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किए गए, जबकि सभी दल के नेता रांची में मौजूद थे। हमारे पास कई विकल्प खुले हैं।”
महाराष्ट्र में सपा की एंट्री से पेचीदा हुआ समीकरण
महाराष्ट्र में भी महाविकास अघाड़ी (MVA) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) ने महाराष्ट्र में 12 सीटों की मांग की है और उन्होंने धुले विधानसभा सिटी सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा भी कर दी है। कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) अखिलेश को अपनी सीटें देने को तैयार नहीं हैं, जिससे गठबंधन के भीतर तनाव बढ़ता जा रहा है।
आखिरी समय तक चलेगी बातचीत
पार्टी सूत्रों के अनुसार, दोनों राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर आखिरी समय तक बातचीत चलेगी। सभी दल इस मुद्दे को जल्द सुलझाने के पक्ष में हैं, लेकिन स्थिति अभी भी जटिल बनी हुई है।