हुड्डा या चंद्र मोहन…हरियाणा में विपक्ष का नेता कौन बनेगा? जानें किस खेमे में कितने विधायक हैं
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में कांग्रेस पार्टी शुक्रवार (18 अक्टूबर) को विधायक दल का नेता चुनेगी। इससे पहले, कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाल लेंगे। कांग्रेस ने इसके बाद चंडीगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है।
हुड्डा का शक्ति प्रदर्शन
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार (16 अक्टूबर) को दिल्ली स्थित अपने आवास पर 31 नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई थी। यह बैठक उनके शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखी जा रही है। हालांकि, चुनावी हार के बाद हुड्डा की राह चुनौतीपूर्ण हो सकती है। कांग्रेस पार्टी में यह सवाल उठ रहा है कि क्या हुड्डा कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में बने रहेंगे?
कुमारी सैलजा का समर्थन चंद्र मोहन को?
पांच विधायकों ने हुड्डा की बैठक में भाग नहीं लिया। इनमें शैले चौधरी (नारायणगढ़), चंद्र मोहन (पंचकूला), आदित्य सुरजेवाला (कैथल), रेनू बाला (साढौरा), और अकरम खान (जगाधरी) शामिल हैं। ये सभी विधायक कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के समर्थन में हैं। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, सैलजा, पंचकूला के विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन को सीएलपी नेता के रूप में समर्थन दे रही हैं।
हुड्डा की टिप्पणी
हुड्डा ने अपनी बैठक को अनौपचारिक बताते हुए कहा, “हमारी अच्छी चर्चा हुई। हम सभी हरियाणा और देश के लोगों के कल्याण के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।” विधायक दल के नेता का चुनाव 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में किया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी को उम्मीद थी कि वह बीजेपी को हरियाणा की सत्ता से बेदखल कर देगी, लेकिन बीजेपी ने 90 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस 37 सीटों तक ही सीमित रही। पार्टी में गुटबाजी और अंदरूनी कलह को इस हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन, और पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे।