दिल्ली: शाही ईदगाह इलाके में रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति लगाने पर विवाद, भारी संख्या में पुलिस तैनात
दिल्ली के सदर बाजार के शाही ईदगाह इलाके में रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति लगाने को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के अधिकारी भी मौके का मुआयना कर रहे हैं।
कोर्ट की टिप्पणी
दिल्ली हाईकोर्ट ने 1 अक्टूबर 2024 को इस मसले पर सुनवाई करते हुए कहा था कि रानी लक्ष्मीबाई कोई धार्मिक हस्ती नहीं हैं और अदालत नहीं चाहती कि यह विवाद बेवजह बढ़े। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडला की पीठ ने विरोध पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले को बिना अदालती हस्तक्षेप के सुलझाया जाना चाहिए, क्योंकि रानी लक्ष्मीबाई भारत के स्वतंत्रता संग्राम की प्रतीक हैं।
विवाद की जड़
मूर्ति को झंडेवालान चौक से मोतिया खान इलाके में शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है, लेकिन शाही ईदगाह कमेटी का दावा है कि जहां मूर्ति लगाई जा रही है, वह वक्फ बोर्ड की जमीन है। दरअसल, यह योजना 2016-17 में तैयार की गई थी, जिसके तहत देशबंधु गुप्ता रोड पर ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए मूर्ति को शिफ्ट किया जाना था।
ईदगाह समिति का विरोध
शाही ईदगाह समिति ने इस मूर्ति स्थापना के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, और मामले में न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की है।