KAVACH 4.0: सफल परीक्षण के साथ रेल हादसों पर लगेगा ब्रेक, देशभर में सुरक्षा की नई तकनीक का आगाज
भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। लगातार हो रहे रेल हादसों के बीच, रेलवे ने सवाई माधोपुर-कोटा सेक्शन के बीच कवच 4.0 का सफल परीक्षण किया है, जो भविष्य में रेल हादसों को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा। मंगलवार, 24 सितंबर 2024 को हुए इस परीक्षण की जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। उन्होंने ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) टेक्नोलॉजी के महत्व और इसके सफल परीक्षण की जानकारी साझा की।
क्या है कवच 4.0 और कैसे करेगा काम?
कवच 4.0 एक अत्याधुनिक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है, जो संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगा। इस टेक्नोलॉजी के तहत ट्रेन चालक को कई किलोमीटर पहले ही संभावित खतरे का सिग्नल मिल जाएगा। उदाहरण के तौर पर, अगर 6 किलोमीटर दूर रेड लाइट है, तो ड्राइवर को पहले ही इसका संकेत मिल जाएगा। अगर ड्राइवर समय पर ट्रेन की स्पीड नहीं कम करता, तो कवच खुद ही ट्रेन के ब्रेक लगा देगा, जिससे हादसों की संभावना खत्म हो जाएगी।
रेल मंत्री ने बताया कि कवच से न केवल ड्राइवर की लाइफ में सुधार आएगा, बल्कि रेलवे की सुरक्षा को भी एक नया आयाम मिलेगा।
16 जुलाई 2024 को मिला था कवच 4.0 को अप्रूवल
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई, रेलवे पर विशेष ध्यान दिया गया। 2016 में कवच का पहला वर्जन लॉन्च किया गया, और 2024 में इसके 4.0 वर्जन पर काम हुआ। 16 जुलाई 2024 को कवच 4.0 को आधिकारिक मंजूरी मिली थी, और अब इसके इंस्टॉलेशन का काम देशभर में चल रहा है।
सुरक्षा में बड़ा बदलाव
रेल मंत्री के अनुसार, कवच 4.0 तकनीक से भारतीय रेलवे की सुरक्षा में बड़ा बदलाव आएगा। यह सिस्टम न केवल ट्रेन को नियंत्रित करने में मदद करेगा, बल्कि दुर्घटनाओं से भी बचाएगा। अब तक दुनिया के कई देश 1980 और 1990 के दशक में ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम का उपयोग कर रहे थे, लेकिन भारत में यह अब तेजी से लागू हो रहा है।
कवच 4.0 भारतीय रेलवे के भविष्य के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है और आने वाले समय में रेल हादसों पर पूरी तरह से नियंत्रण करेगा।