आचार्य प्रमोद कृष्णम का आरोप: ‘सनातन को मिटाने की अंतरराष्ट्रीय साजिश’
तिरुपति लड्डू प्रसादम विवाद पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसे सनातन धर्म के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि इस साजिश में कुछ राजनीतिक दल और नेता भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, “यह बहुत ही खतरनाक बात है। यह सनातन धर्म के खिलाफ एक षड्यंत्र है। कभी इसे मिटाने की कोशिश होती है, कभी इसे खत्म करने का प्रयास किया जाता है। इस बार हमारे धर्म को भ्रष्ट करने की साजिश चल रही है। यह सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। विदेशी शक्तियाँ भारत को बर्बाद करना चाहती हैं, और उन्हें पता है कि जब तक सनातन धर्म जीवित है, तब तक भारत को नहीं तोड़ा जा सकता।”
राजनीतिक दलों की भूमिका
आचार्य कृष्णम ने यह भी कहा कि कुछ भारतीय राजनीतिक दल और नेता इस अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा हैं। उन्होंने यSR कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी पर हिंदुओं के साथ छल करने का आरोप लगाया, इसे घोर पाप करार दिया। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है जब पूरे सनातन धर्म को एकजुट होना पड़ेगा।”
एकता की आवश्यकता
उन्होंने एक संस्था की स्थापना की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जो देशभर में सनातन धर्म की रक्षा कर सके। “हमें अपने मंदिरों और आस्था के केंद्रों की देखरेख के लिए एक मजबूत संगठन की आवश्यकता है। तिरुपति बालाजी मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक है, और वहाँ हो रहे इस षड्यंत्र के खिलाफ हमें एकजुट होना होगा,” उन्होंने कहा।
आचार्य कृष्णम का यह बयान इस बात का संकेत है कि वह सनातन धर्म की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से पहल करने का इरादा रखते हैं।