‘मुरली से काम नहीं चलेगा, सुदर्शन चक्र जरूरी है,’ पाकिस्तान का नाम लेकर बोले योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ की त्रिपुरा यात्रा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार, 16 सितंबर को पश्चिम त्रिपुरा के बराकथल में सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान को ‘नासूर’ और मानवता के ‘कैंसर’ के रूप में वर्णित किया और कहा कि इसका इलाज समय रहते वैश्विक ताकतों को मिलकर करना होगा।
मुख्य बिंदु:
- सुरक्षा की बात: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या, मथुरा और काशी हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो शक्तिशाली होगा, वह अपनी ताकत का एहसास दुश्मनों को कराएगा और हमेशा सुरक्षित रहेगा। केवल ‘मुरली’ से काम नहीं चलेगा, बल्कि सुरक्षा के लिए ‘सुदर्शन चक्र’ भी जरूरी है। उन्होंने यूपी में ‘डबल इंजन’ की सरकार की उपलब्धियों का हवाला देते हुए कहा कि इसने सुरक्षा का माहौल प्रदान किया, दंगाइयों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल किया और भक्तों के लिए श्री राम मंदिर का निर्माण कराया।
- कांग्रेस पर हमला: योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “आरएसएस ने 1925 में ही खतरे को भांप लिया था और कहा था कि अगर हम कांग्रेस की संधियों पर चलते रहे, तो देश का विभाजन होगा। जो सोचा था, वह सच साबित हुआ और देश का विभाजन हो गया।”
- पाकिस्तान के बारे में: योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जो लोग भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं, उनके बारे में सही जानकारी देना जरूरी है। पाकिस्तान एक नासूर है और जब तक इसका इलाज नहीं होगा, तब तक इस कैंसर से छुटकारा नहीं मिलेगा। पाकिस्तान के अस्तित्व तक समाधान संभव नहीं है। इसके लिए शक्तिशाली देशों को एकजुट होना होगा।”
- ताकत का एहसास: उन्होंने यह भी कहा कि धर्म की रक्षा करने से धर्म आपकी रक्षा करेगा, लेकिन अगर इसका उपयोग स्वार्थ के लिए किया जाएगा, तो वही हाल होगा जो आज बांग्लादेश में हो रहा है। उन्होंने त्रिपुरा की स्वतंत्रता का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के राजा ने अपनी ताकत का एहसास कराया, जिससे त्रिपुरा स्वतंत्र रहा। जो अपनी ताकत खोकर अपने दुश्मनों को समझने की गलती करेगा, उसे वही परिणाम भुगतना पड़ेगा।